India News UP (इंडिया न्यूज़), Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नए प्रयास को सफल साबित हुआ है। इसी कारण सपा ने 80 सीटों में से 37 सीटें जीतने में सफलता पाई। सपा के नेताओं ने इस चुनाव में कई ऐसे युवाओं को टिकट दिया था, जिनके पास कोई राजनीतिक अनुभव नहीं था, हालांकि उनकी परवरिश राजनीतिक दौर में हुई थी।
इस बार कौशाम्बी सीट उत्तर प्रदेश में सबसे चर्चित सीटों में गिनी जा रही है। इस सीट पर अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेंद्र सरोज को उम्मीदवार बनाया था । पुष्पेंद्र सरोज ने बीजेपी के विनोद सोनकर को एक लाख तीन हजार 944 वोटों से पार करके अपने पिता की पिछली हार का पार कर लिया है। पुष्पेंद्र को पांच लाख नौ हजार 787 वोट मिले, जबकि विनोद सोनकर को चार लाख पांच हजार 843 वोट मिले। 2019 में बीजेपी के उम्मीदवार विनोद सोनकर ने इंद्रजीत सरोज को 38,742 वोटों से हराया था।
समाजवादी पार्टी ने कैराना सीट पर 29 वर्षीय इकरा चौधरी को उम्मीदवार बनाया था। इकरा चौधरी ने 69,000 वोटों से जीत हासिल की थी। उन्हें कुल 5,80,13 वोट मिले थे। जबकि भाजपा के उम्मीदवार प्रदीप चौधरी को 4,58,897 वोट मिले थे। 2019 के चुनाव में कैराना में बीजेपी ने जीत हासिल की थी। उसमें प्रदीप चौधरी ने इकरा चौधरी की मां तबस्सुम हसन को पीटा था। चौधरी को 5,66,961 वोट मिले थे। जबकि सपा उम्मीदवार तबस्सुम हसन को 4,74,801 वोट मिले थे।
यूपी की मछलीशहर सीट पर समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद और वर्तमान विधायक तूफानी सरोज की बेटी प्रिया सरोज को टिकट दिया था। सरोज की बेटी, प्रिया सरोज ने बीजेपी उम्मीदवार भोलानाथ (बीपी सरोज) को 35 हजार 850 वोटों से हराया है। प्रिया सरोज को 4,51,292 वोट मिले, जबकि बीपी सरोज को 4,15,442 वोट मिले। पिछले साल नवंबर में ही 25 साल की उम्र पूरी हो गई है।