India News (इंडिया न्यूज़), Amethi News : उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक सप्ताह पहले एक युवक जोगी के वेश में गांव पहुंचा था। उसने एक परिवार को बताया कि वह वही बेटा है जो 20 साल पहले गायब हो गया था। उन्हें देखकर परिवार वाले रोने लगे और वह भजन-कीर्तन करने लगे। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो गया। अब परिवार वालों ने ही उनसे सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले की जांच के लिए पुलिस को सूचना दी। इसके बाद उसकी सच्चाई सामने आ गई और पता चला कि वह पिंकू नहीं बल्कि मुस्लिम युवक नफीस है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है।
मामला जिले के जायस थाने के खरौली गांव का है। यहां रहने वाली रति पाल का बेटा करीब 20 साल पहले दिल्ली से लापता हो गया था। इसके बाद 2 फरवरी को अचानक एक जोगी उनके घर पहुंचा। वह खुद को लापता लड़का बताने लगा। सभी के लिए करुणामयी भजन गाने लगे। इसके बाद परिवार ने उन पर भरोसा किया और जोगी वहां से चले गए। वह उस परिवार को फोन कर भंडारे के लिए पैसे मांगने लगा। इससे परिजनों को उसकी हरकतों पर शक हो गया। जब उन्होंने उसे फोन किया तो उसने बताया कि वह झारखंड में है। इसके बाद परिवार वालों ने पुलिस की मदद से उसकी लोकेशन ट्रैक की, जो गोंडा निकली।
परिजन पुलिस के साथ गोंडा पहुंचे और उसकी तलाश की। लेकिन, वह मौके से भाग गया। कई जिलों की पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है। इस मामले की जानकारी जब जिला पुलिस को हुई तो पुलिस जालसाज को गिरफ्तार करने गोंडा पहुंच गई। वहां उन्होंने गोंडा जिले के ग्रामीण क्षेत्र कोतवाली के टिकरिया गांव पहुंचकर जालसाज के बारे में जानकारी जुटाई। इसी दौरान टिकरिया गांव में इस जालसाज जोगी की पहचान नफीस के रूप में हुई। इससे पहले भी कई राज्यों के लोग इस धोखाधड़ी का शिकार हो चुके हैं। झारखंड के पलामू जिले के अभिमन्यु कुमार ने बताया कि यह जालसाज जोगी 2021 में उनके घर आया था। वह खुद को हमारे दादा का बेटा बताने लगा जो दिल्ली से लापता हो गया था।
उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद को एक मठ से जोड़ने और एक हजार लोगों को खाना खिलाने के लिए पैसे मांगे थे। उन्हें ढाई लाख रुपये और लाखों रुपये का सोना दिया गया था। तभी से फरार था। कई बार फोन पर बात करने की कोशिश की गई लेकिन फोन बंद मिला। इसकी शिकायत पलामू के डालटनगंज थाने में दी गयी। बिहार के दरभंगा के रहने वाले शाहिद ने बताया कि यह जालसाज दो महीने पहले हमारे घर आया था। वह खुद को दिल्ली से लापता हुआ लड़का बताने लगा, जिसके बाद उसने हमसे 2 लाख रुपये की मांग की, लेकिन पैसे नहीं दिए गए। उसने खुद को गोरखपुर के मठ में रहने वाला बताया। ये धोखेबाज जोगी वहां से भाग गया था।
इस घटना की खास बात यह है कि यह शख्स और उसका गिरोह दिल्ली से लापता हुए बच्चों के परिवारों को निशाना बना रहा है। वह उनके घर जाकर लगातार घर आने के बदले मोटी रकम की मांग कर रहा है। इस मामले को लेकर अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। रतिपाल सिंह ने बताया कि हम कल उस लड़के को ढूंढने गए थे। अगर वह आता तो हम उसका डीएनए टेस्ट कराते। वह हमें धोखा दे रहा था। वह कह रहा था कि वह झारखंड में है लेकिन उसकी लोकेशन गोंडा में मिली। उसके फरार होने और सही खाता नंबर नहीं देने के कारण हमें संदेह हुआ कि वह धोखाधड़ी कर रहा है।
उन्होंने बताया कि वह कुछ दिन पहले गांव आये थे। परिवार के नाम गाना गा रहा था। उसने अपने पेट पर चोट का निशान दिखाया था लेकिन जब पैसे की मांग की गई तो हमें शक हुआ। वह तीन लाख रुपये से अधिक की मांग कर रहा था। इस मामले में थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि खरौली निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत की है। उन्होंने कहा था कि एक शख्स जोगी बनकर आया और खुद को उनका बेटा बताया। वह पैसे की मांग कर रहा था। इस मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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