India News (इंडिया न्यूज़), Ayodhya News, मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। वहीं साज सज्जा के साथ प्रथम तल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। श्री राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के दौरान जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और निर्माण प्रगति पर चर्चा हुई।
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लेने के लिए नियमित तौर पर हर महीने यह बैठक होती है। नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में ऐसी ही दो दिवसीय बैठक के पहले दिन निर्माण की प्रगति के साथ जनवरी 2024 में होने वाले रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर भी चर्चा हुई।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन हुआ। जबकि मंदिर के निर्माण प्रक्रिया के संयोजन के लिए श्री राम मंदिर निर्माण समिति का गठन किया गया था। नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में गठित निर्माण समिति ही मंदिर निर्माण से जुड़े अहम निर्णय करती है। निर्माण समिति की हर माह होने वाली बैठक में श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारी भी मौजूद रहते हैं। जो मंदिर की व्यवस्था से जुड़े निर्माण पर अपना पक्ष रखते हैं यही कारण है कि तय टाइमलाइन के अनुसार मंदिर का निर्माण निर्वात रूप से चल रहा है।
मौजूदा समय में साज सज्जा को छोड़कर भूतल का कार्य लगभग समाप्त हो गया है और मंदिर के प्रथम तल का कार्य शुरू हो गया है। जबकि भूतल की साज-सज्जा की बात करें तो पत्थर के बने मंदिर के 165 खंभों का चयन किया गया है। जिस पर देवी देवताओं की मूर्तियों को उकेरा जा रहा है। यह काम उड़ीसा के प्रशिक्षित मूर्ति कलाकार करें रहे है। जबकि गर्भ ग्रह में स्थापित होने वाली रामलला के बाल स्वरूप की तीन मूर्तियों का निर्माण भी हो रहा है। जिसे कर्नाटक और राजस्थान के मुख्य कलाकार तैयार कर रहे हैं। इन्हीं मूर्तियों में से सबसे जीवंत मूर्ति को श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भ ग्रह में प्राण प्रतिष्ठित किया जाएगा।