India News(इंडिया न्यूज़)चमोली:“Badrinath Highway” बदरीनाथ हाईवे पर रविवार को भूस्खलन होने से आवाजाही बंद कर दी गई। जिसके चलते हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई, इसके साथ ही हाईवे से मलबा हटाने का काम भी तुरंत शुरू कर दिया गया। साथ ही मारवाड़ी पुल में बदरीनाथ धाम जाने वाले सभी वाहनों को रोक दिया गया।
नौ घंटे बंद रहा बदरीनाथ हाईवे
मलबा आने से हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार
तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा
30 हजार से अधिक तीर्थयात्री बदरीनाथ दर्शन कर चुके
बदरीनाथ हाईवे पर रविवार की सुबह बाजपुल चाडा पिनौला व टैयापुल के पास भूस्खलन हो गया। जिसके चलते हाईवे पर भारी मात्रा में मलबा आने से रास्ता बंद हो गया। रास्ता बंद होने के कारण हाईवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी। जिसके बाद से हाईवे से मलबा हटाने का काम तुरंत शुरू कर दिया गया।
साथ ही मारवाड़ी पुल में बदरीनाथ धाम जाने वाले सभी वाहनों को रोक दिया गया। बता दें, हाईवे बंद होने से तीर्थ यात्री काफी परेशान रहे। न पानी की व्यवसथा और न ही खाने की व्यवस्था होने से यात्री भूखे प्यासे ही रास्ते पर बैठे रहे। रास्ता बंद होने के बाद भी कई श्रद्धालु सड़क पर ही भजनों पर झूमने लगे।
वहीं, यात्रा वाहनों की आवाजाही चमोली बाजार से आगे नंदप्रयाग-सेकोट-कोठियालसेन सड़क से की जा रही है। जिसके चलते सड़क पर बार-बार जाम लग रहा है। जाम लगने के कारण वहां पहुंचे तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कितनी भी मुश्किले आए पर भक्तों की आस्था कम होने का नाम नहीं ले रही। भूस्खलन के बाद भी बदरीनाथ धाम में शनिवार को करीब 13000 तीर्थयात्रियों ने भगवान बदरीनाथ के दर्शन किए।
इसके साथ ही अभी तक लगभग 30 हजार से अधिक तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। लेकिन कहीं न कहीं एक बार फिर प्रशासन की व्यवसथा को लेकर सवाल खड़े हो रहें है। बता दें कि बदरीनाथ धाम की तीर्थयात्रा के मुख्य पड़ाव पीपलकोटी में शौचालय और पेयजल का कफी अभाव बना हुआ है जिससे कि तीर्थयात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसमे सबसे अधिक परेशानी महिला वर्ग को हो रही है। साथ ही सैकोट से गुजरने वाली सड़क भी किलोमीटर नौ में बेहद खराब स्थिति में है। यहां बसों की आवाजाही मुश्किल से हो पा रही है।