इंडिया न्यूज: (The people of Lohaghat town are forced to drink water) लोहाघाट में जनता को लोहावती नदी का मल मूत्र युक्त पेयजल पीने को मजबूर किया जा रहा है। जिस कारण नगरवासी कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं पर आज तक न तो प्रशासन ने और नाही क्षेत्र के किसी भी नेता ने इस समस्या के समाधान के लिए आवाज तक नहीं उठाई।
लोहाघाट नगर की जनता लोहावती नदी का मल मूत्र युक्त पेयजल पीने को मजबूर जल संस्थान के द्वारा लोहावती नदी का सीवर युक्त पानी नगर में सप्लाई किया जा रहा है। जिस कारण नगरवासी पीलिया ,टाइफाइड व अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। नगर की इस गंभीर समस्या की ओर ना ही प्रशासन ना ही किसी सरकार का ध्यान जा रहा है ना ही इस समस्या के समाधान के लिए किसी स्थानीय नेता के द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। नाही नगर वासियों के द्वारा कोई आवाज उठाई जा रही है।
वहीं, इस समस्या को लेकर लोहाघाट के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष भुवन जोशी व सामाजिक कार्यकर्ता राजू भैया ने कहा जल संस्थान के द्वारा बिना किसी वाटर ट्रीटमेंट के लोहावती नदी का मल मूत्र युक्त पानी बरसों से नगरवासियों को पिलाया जा रहा है। जिस कारण नगरवासी कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं पर आज तक न तो प्रशासन ने और नाही क्षेत्र के किसी भी नेता ने इस समस्या के समाधान के लिए आवाज तक नहीं उठाई। उन्होंने कहा उत्तराखंड गठन के बाद भाजपा व कांग्रेस ने बारी-बारी से शासन किया लेकिन किसी भी सरकार ने लोहाघाट वासियों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था नहीं करी। उन्होंने कहा क्षेत्र के नेता मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी खिंचवाने के अलावा नगर की इस गंभीर समस्या के समाधान के बारे में नहीं सोचते ना ही समाधान के प्रयास करते हैं।
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ने लोहाघाट नगर के लिए पेयजल आपूर्ति कहां से हो रही है। इसकी जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित करनी चाहिए, ताकि नगरवासियों को भी पता चल सके उन्हें कितना स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। तथा हमारे जनप्रतिनिधि आखिर कर क्या रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से नगर वासियों के लिए स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की मांग करी। उन्होंने कहा यह नगरवासियों का मौलिक अधिकार है उन्होंने कहा सीवर युक्त पानी भी नगर की जनता को नसीब नहीं हो रहा है और जनता पेयजल के लिए किलोमीटरो दौड़ लगा रही है।
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