(Dhami government’s big decision regarding Chardham Yatra): चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को लेकर इस साल सरकार और प्रशासन ने तैयारी शुरु कर ली है। बता दें, 2022 में चारधाम में दर्शनों के लिए तीर्थयात्रियों की काफी भीड़ उमड़ी थी। जिसके चलते केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में 300 से अधिक श्रद्धालुओं की पैदल मार्ग पर हार्ट अटैक से मौत हुई थी।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रेल से शुरु होने जा रही है। जिसे लेके शासन और प्रशासन ने कमर कस ली है। इस साल चारधाम यात्रा पे आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधित जोखिम से बचाने के लिए जांच के लिए विशेष रणनीति बनाई जा रही है। बता दें, केदारनाथ, यमुनोत्री धाम के लिए पैदल यात्रा शुरू करने से पहले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय से इसके संबंध में दिशानिर्देश मांगे गए हैं। पर्यटन विभाग की ओर से यात्रा संचालन के लिए SOP जारी कर दी जाएगी।
पिछले साल को देखते हुए धामी सरकार ने इस बार यात्रियों को ध्यान में रखते हुए ये कदम उठाया हैं। 2022 में केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर हार्ट अटैक से तकरीबन 300 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। जिसे लेकर व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे थे। पैदल मार्गों पर श्रद्धालुओं की लगातार हो रही मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस बार यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच शुरू की है। वहीं पहले से किसी बीमारी से ग्रसित श्रद्धालुओं को यात्रा न करने की सलाह दी गई है।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा में देश-दुनिया से काफी बुजुर्ग श्रद्धालु आते हैं। जिसके चलते श्रद्धालुओं की पैदल यात्रा शुरू करने से पहले स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। हमारी पूरी कोशिश हैं कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य व अन्य बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया मैदानी क्षेत्रों से सीधे उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जाने से श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसको देखते हुए हमने इस बार श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य जांच के लिए विशेषज्ञ रणनीति बनाई है। स्वास्थ्य मंत्रालय से दिशा निर्देश मिलने के बाद यात्रा की एसओपी जारी की जाएगी।
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