India News(इंडिया न्यूज़), Cm Yogi Adityanath Birthday: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस अवसर पर उन्हें केंद्रीय मंत्रियों के साथ ही देशभर से बधाई संदेश मिल रहे हैं। इसी के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी यो ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होंने कहा- “उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बाबा केदार एवं बदरी विशाल से आपके उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु एवं सुयशपूर्ण जीवन की कामना करता हूँ”।
उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी को जन्मदिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
बाबा केदार एवं बदरी विशाल से आपके उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु एवं सुयशपूर्ण जीवन की कामना करता हूँ। pic.twitter.com/WFnaOLdish
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) June 5, 2023
वहीं सीएम ने अपने जन्मदिन के मौके पर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में रूद्राभिषेक किया। योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के पंचूर गांव में हुआ था। संयास से पहले उनको अजय सिंह बिष्ट कहा जाता था।
उनकी माता सावित्री देवी एक गृहिणी हैं। योगी अपने भाई -बहनों में पांचवें स्थान पर आते हैं। विद्यालय के दिनों से ही योगी की रूचि आध्यात्म की ओर थी। योगी बीजेपी की स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक कर्मठ कार्यकर्ता भी रहे हैं। साल 1994 में तत्कालीन गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ से दीक्षा लेकर ही वह योगी आदित्यनाथ बने थे। योगी हिंदू युवा वाहिनी संगठन के संस्थापक भी हैं।
जो कि हिंदू युवाओं का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है। योगी आदित्यनाथ ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी से गणित से बीएससी की है। 1993 में गोरक्षनाथ मंदिर पहुंचे योगी की दीक्षा के समय विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल भी मौजूद थे। बता दें कि 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने से पहले योगी आदित्यानाथ गोरखपुर से 1 बार नहीं 2 बार नहीं बल्कि 5-5 बार सांसद रहे हैं। बतौर मुख्यमंत्री यह उनका दूसरा कार्यकाल है।
सीएम योगी जब पहली बार सीएम बने थे, तो उन्होंने कई परंपराओं और मिथकों को तोड़ डाला। सबसे पहला मिथक तो यह कि जो भी सीएम नोएडा जाता है, उसकी कुर्सी चली जाती है। सीएम योगी ने 37 साल पुराना यह मिथक भी सीएम बनने के बाद तोड़ डाला। एक परंपरा यह भी थी कि जो एक बार यूपी का सीएम बन जाता है, वो दोबारा नहीं बनता। लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2022 का विधानसभा दोबारा प्रचंड बहुमत से जीता और फिर सूबे के मुखिया बने।
बता दें, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के चलते पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़े और जीत हासिल की। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहरी क्षेत्र से उन्होंने 1 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी। इससे पहले 2017 उन्होंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया पहली बार उत्तर प्रदेश की कमान संभाली।
29 जनवरी 2015 से 21 सितम्बर 2017 तक सीएम योगी आदित्यनाथ ने सामान्य प्रयोजन समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद 2014 में वे 16 वीं लोकसभा (5 वें कार्यकाल) के लिए चुने गए। इस बार उन्होंने समाजवादी पार्टी की राजमती निषाद को हराया। 2009 में उन्हें 15 वीं लोकसभा (4 वें कार्यकाल) के लिए फिर से चुना गया। 31 अगस्त 2009 को वे परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति के सदस्य और गृह मंत्रालय के सलाहकार समिति के सदस्य बने।
2024 लोकसभा चुनाव और केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर बीजेपी जनसंपर्क अभियान चलाई हुई है। इसके अलावा प्रदेश में टिफिन बैठक कर रही है। इसकी शुरूआत आगरा से हुई। इसी कड़ी में आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी गाजियाबाद में टिफिन बैठक करेंगे तो वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गौतमबुद्ध नगर में टिफिन बैठक करेंगे। बता दें कि बीजेपी इस टिफिन बैठक के माध्यम से देशभर के सक्रिय और निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को एकजुट कर रही है क्योंकि लोकसभा चुनाव में मात्र 1 साल से भी कम का समय बचा हुआ है।
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