India News(इंडिया न्यूज़), Dehradun(देहरादून): विदेश में रोजगार के अवसर के लिए इच्छुक छात्रों का सपनें को सीएम कौशल मंत्रिमंडल एवं वैश्विक रोजगार योजना को स्वीकृति दी। जिसके तहत हास्पिटेलिटी और नर्सिंग के क्षेत्र से लगभग दस हजार छात्रों को उनके हुनर को देखते हुए जर्मनी और जापान में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। चुने गए विद्यार्थियों के वीजा,टिकट और प्रशिक्षण में सरकार मदद करेगी।
मुख्य सचीव ने कहां कि प्रशिक्षण पर होने वाला 20% खर्च सरकार उठाएगी। लोन पर देय ब्याज का 75% ब्याज सरकार आदा करेगी। पूरे प्रकरण में लगभग 1 लाख 70 का खर्च आएगा। 85 प्रतिशत अभ्यर्थियों को अनिवार्य रूप से ब्याज मिलेगा।
कंपनियों को चुन कर सरकार की संस्था नेशनल स्किल डेवलपमेंट कंपनी की अधिसूचित कंपनियों से होगा। नर्सिंग के क्षेत्र में समस्त नर्सिंग कालेजों के प्रधानाचार्यों के साथ वर्कशाप हो चुकी है। 9 मई को विभिन्न नर्सिंग कालेजों से एएनएम एवं जीएनएम उत्तीर्ण युवाओं को जापान में एल्डरली केयर में रोजगार के अवसरों की जानकारी देने को वर्कशाप रखी गई थी। वर्कशाप में इच्छुक युवाओ को का स्कीन टेस्ट लिया जाएगा।