India News (इंडिया न्यूज़), देवरिया नरसंहार: देवरिया के फतेहपुर में सोमवार की सुबह कोहराम मच गया। एक हत्या के बाद आक्रोशित कुछ लोगों ने प्रतिशोध में पांच लोगों को एक के बाद एक मौत के घाट उतार दिया। जो, जहां मिला, उसे वहीं मार-काटकर मौत की नींद सुला दिया गया।
सत्यप्रकाश दुबे के घर से महज 30 मिनट में छह शव बरामद हुए। जब पुलिस पहुंची तो सत्यप्रकाश दुबे के घर के बगीचे के बीच में छह शव मिले और जिसके बाद आस पास के लोग सहम गये। पूरे घर में और दरवाज़े तक खून फैल हुआ था और यह भयावह हो गया कि क्या हुआ।
सोमवार का दिन दो परिवारों के लिए अंधकारमय दिन था। जमीन विवाद को लेकर सत्यप्रकाश दुबे के घर पहुंचे प्रेमचंद यादव विवाद के बाद उनकी हत्या से नाराज हो गये। बदला लेने के लिए उसके पक्ष के लोगों ने सत्यप्रकाश के घर पर हमला कर दिया।
लगभग पचास हमलावरों ने घरों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया और जो भी उसी हालत में मिला उसे मार डाला। हमलावर इतने गुस्से में थे कि उन्होंने छोटे बच्चों को भी नहीं बख्शा। बरामदे में सत्यप्रकाश और किरन की हत्या करने के बाद हमलावरों ने टीन शेड में छिपे उनके बच्चों को बाहर निकाला और मार डाला।
हमलावरों की क्रूरता और गुस्से को देखते हुए स्थानीय निवासी भी अपने घरों में छिप गए। पांच लोगों की हत्या करने के बाद आरोपी गांव के दूसरे ओर पर भाग गए। मौके पर पहुंची पुलिस और भीड़ ने शवों को बाहर निकाला और पुलिस वाहन से जिला मुख्यालय ले गए। हमलावरों का खौफ इतना था कि ग्रामीण उनके भाग जाने के बाद भी पुलिस को इसकी सूचना देने से कतरा रहे थे।
जमीन विवाद में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या, प्रतिशोध में दंपत्ति और तीन बच्चों की हत्या
कर दी गई। सोमवार की सुबह 6 बजे देवरिया कोतवाली क्षेत्र के फत्तेहपुर गांव में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की जमीन विवाद में धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। हत्या से नाराज पूर्व जिला पंचायत सदस्य के पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर पति-पत्नी और उनके तीन बच्चों की गोली मारकर और धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी। सबसे छोटा बेटा गंभीर रूप से घायल है। पुलिस ने इस मामले में दो किशोरों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
छह लोगों की हत्या की घटना दुखद है। घटना की जानकारी स्पष्ट की जा रही है। जाहिर तौर पर हत्या आपसी दुश्मनी के कारण हुई है। एक हत्या के बदले कई और हत्याएं की गईं। अभी तक शिकायत नहीं मिली है। मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
गांव में तनाव के कारण पुलिस ने छह लोगों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद दो अलग-अलग स्थानों पर जला दिया। काँपते हाथों से बेटों ने मुखाग्नि दी। यह दृश्य देखकर सभी की आंखें नम हो गईं। निधन के बाद पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव का शव कड़ी सुरक्षा के बीच शहर के कुर्ना नाला के पास श्मशान घाट पहुंचा, जहां उनके 13 वर्षीय बेटे तेज प्रताप ने मुखाग्नि दी।
जैसे ही 13 वर्षीय बेटे ने अपने पिता के लिए प्रार्थना की तो वह रोने लगा। इस बीच, सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी किरण और उनके तीन बच्चों के शव पोस्टमार्टम के बाद रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के पटनवा घाट पहुंचे, जहां कड़ी सुरक्षा के बीच देवेश को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना के बाद से वह काफी डरे हुए हैं। सुबह से रात तक पुलिस का पहरा रहा। वह खुद दिन भर सुरक्षा की दुहाई देता रहा।
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