वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों ने जमकर अबीर गुलाल उड़ाए। होली से पूर्व छात्रों ने होली के गीतों पर जमकर डांस भी किया। दरअसल विश्वविद्यालय में सोमवार से छुट्टियां होने को है। ऐसे में इससे पहले छात्रावासों के बाहर डीजे की आवाज पर छात्रों ने होली खेला।
जानकारी के मुताबिक विश्विद्यालय प्रशासन ने प्रांगण में होली ना खेलने और हुड़दंग ना करने के लिए नोटिस भी जारी किया था। इस आदेश का भी असर दिखा। इस मामले में जब लोगों से बात की गई तो उन्होंने बाताया कि ये आदेश विभागों, सर सुंदर लाल चिकित्सालय के आस पास और कुछ मुख्य जगहों पर होली ना खेलने का आदेश जारी किया गया था।
जानकारी हो कि बनारस का काशी हिन्दू विश्वविद्यालय यानि कि बीएचयू एक बार फिर से सुर्खियों में है। दरअसल विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों को सार्वजनिक स्थानों पर होली खेलने पर प्रतिबंध लगाया है। बाकायदा इसके लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इस संदर्भ में जब इंडिया न्यूज़ ने बीएचयू के पीआरओ डॉ राजेश सिंह और बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर अभिमन्यु सिंह से बात की तो उन्होंने अपनी सफाई देते हुए कहा कि सार्वजनिक स्थल जैसे सड़क,मंदिर और सर सुंदरलाल अस्पताल और सार्वजनिक क्षेत्र में होली खेलने पर रोक लगाई गई है।
अधिकारी द्वय का कहना था कि हॉस्टल, फैकल्टी में होली खेलने पर कोई प्रतिबंध नही लगाया गया है। वहीं बीएचयू के छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के इस तुगलकी फरमान से छात्रों में काफी आक्रोश है और इसके विरोध स्वरूप हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं सड़क पर डीजे पर नृत्य करते हुए होली मना रहे हैं।
बीएचयू प्रशासन ने जब ये आदेश जारी किया तो हंगामा मच गया। लोगों ने और छात्रों ने कहा कि ये गलत है। वहीं इसी आदेश के बाद सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय के कुलपति की एक तस्वीर वायरल हो गई जिसमे वो इफ्तारी करते नजर आ रहें है। छात्रों का कहना है कि ऐसा आदेश जारी कर उनको रोका जा रहा है। ऐसे आदेश किसी के उपर थोपे नही जा सकते हैं। हालांकि इन सब के बीच विश्वविद्यालय में छात्रों ने जमकर रंग खेला। वहीं परिसर में जमकर गुलाल उड़े।
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