India News(इंडिया न्यूज़), देहरादून “Doon School News :” स्कूल में दाखिले के लिए प्री परीक्षा 16 जुलाई को तय की गई है। इसके साथ ही इस महीने से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होने जा रही है।
देहरादून का दून स्कूल देश के सबसे अच्छे बोर्डिंग स्कूलों में से एक है। यह बोर्डिंग स्कूल केवल लड़कों के लिए ही है। बता दें, यहां दाखिला पाने का सपना लाखों बच्चे देखते हैं, हालांकि केवल कुछ विद्यार्थी ही इस स्कूल में अपनी जगह बना पाते हैं। अगर बात करें यहां से पढ़े हस्तियों की तो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी, राहुल गांधी, संजय गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और नवीन पटनायक सहित अन्य ने यहां से शिक्षा प्रदान की है। लेकिन इस बार दून स्कूल में गरीब घरों के मेधावी छात्रों को भी पढ़ने का मौका मिलने जा रहा है।
बता दे, स्कूल प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। वहीं, स्कूल में दाखिले के लिए प्री परीक्षा 16 जुलाई को तय की गई है। इसके साथ ही इस महीने से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। जिसके तहत इस योजना से सातवीं और आठवीं में दाखिले हो सकेंगे। फिलहाल अभी स्कूल प्रशासन द्वारा सीटों की संख्या निश्चित नहीं की गई है।
स्कूल से मिली जानकारी के अनुसार, इस योजना से गरीब घरों के होनहार बच्चों का दून स्कूल में पढ़ने का सपना पूरा हो सकेगा। वहीं, स्कूल ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि जो भी बच्चे प्री और मेंस एग्जाम पास करने के बाद चुने जाएंगे, उन्हें उनके परिवार की आर्थिक स्थिति के हिसाब से 20 प्रतिशत से 120 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप दी जाएगी। यानी उन बच्चों की पढ़ाई, हॉस्टल, खानपान से लेकर यात्रा तक का खर्च भी स्कूल उठाएगा। यानी अगर स्कूल को परीक्षा के उपरांत पांच, सात, 10 बच्चे भी ऐसे मिलते हैं तो उन्हें दाखिला मिल सकता है।
इसके साथ ही दून स्कूल में प्रवेश के लिए प्री परीक्षा का शुल्क 100 रुपये तय किया गया है। वहीं, मुख्य परीक्षा का आवेदन शुल्क 26 हजार रुपये मेधावियों के लिए माफ किया जाएगा। अगर बच्चा इस मुख्य परीक्षा को पास करता है तो उसकी आगे की पढ़ाई स्कॉलरशिप के हिसाब से निशुल्क होगी।
द दून स्कूल इसी महीने इसकी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। स्कूल की वेबसाइट https://www.doonschool.com/ पर आवेदन करने का फॉर्म खुलेगा। किसी भी प्रदेश के अभिभावक अपने बच्चे के दून स्कूल में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।
अगर दून स्कूल की स्थापना की बात करें तो कोलकाता की एक वकील एस.आर.दास ने 1935 में दून स्कूल की स्थापना की थी। उन्होंने बाद में बंगाल के एडवोकेट जनरल के रूप में कार्य किया और लॉर्ड इरविन की वाइसराय की कार्यकारी परिषद के सदस्य थे। एस.आर.दास की शिक्षा इंग्लैंड के एक उच्च प्रतिष्ठित ऑल- बॉयज स्कूल मैनचेस्टर ग्रामर स्कूल से हुई थी। ब्रिटिश स्कूल की तर्ज पर उन्होंने भारत में स्कूल बनाने और स्थापित करने की शुरुआत की। वह यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि भारत में लड़कों को बिना देश छोड़े वही शैक्षिक अवसर मिले जो मैनचेस्टर में अनुभव किए थे।
दून स्कूल की वार्षिक स्कूल फीस : 11 लाख, 20 हजार रुपये
एडमिशन फीस (वन टाइम, वापसी नहीं) : पांच लाख रुपये
सिक्योरिटी डिपॉजिट (वन टाइम, वापस होगी) : साढ़े पांच लाख रुपये
आकस्मिक व्यय (प्रति टर्म) : 25 हजार रुपये