India News (इंडिया न्यूज़), India News UP Education conclave: शिक्षा क्षेत्र का सबसे बड़ा कॉन्क्लेव, एजुकेशन कॉन्क्लेव को लेकर इंडिया न्यूज़ का महामंच सजा। जहां पर शिक्षा जगत के बड़े-बड़े योद्धाओं से मुलाकात कर शिक्षा को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं की गई। इसके साथ ही बताया गया कि कैसे डिजिटल युग में शिक्षा को लेकर एक्टिव रहना है। इसके साथ ही सभी ने अपने अनुभव को साझा कर बताया कि किस तरीके से आज के समय में विद्यार्थी को शिक्षा से कैसे जोड़ा जाए और तमाम तरह की बातें इंडिया न्यूज एजुकेशन कॉन्क्लेव के महामंच पर की गई।
प्रो पीके भारती, सहारनपुर, ग्लोबल विश्वविद्यालय के कुलपति
- हम पीएम मोदी के शिक्षा निति को नहीं समझ पा रहे है।
- सरकार की नीतिया ठीक है।
- कोरोना के बाद जिसके घर वाले मर गए उनको कौन सा कॉलेज फ्री में पढ़ाता है।
- यूपी के हर जिले में खुलेंगा एक प्राइवेट स्कूल- कुलपति सहारनपुर ग्लोबल विश्वविद्यालय
- बच्चों के साथ कुलपति करते है अच्छा बर्ताव तो बच्चे होते है खुश
- हम बच्चो से रोज मिलते है। साथ ही रोज हॉस्टल में जाते है।
- कॉलेज में टीचर का होना बहुत जरुरी
- परिवार बच्चों पर न बनाएं दबाव
- कोटा में बच्चो पर बनता है प्रेशर, माहौल है जिम्मेदार
- नई शिक्षा निति की तारीफ में कहा कि बच्चो का भविष्य अच्छा होने वाला है
- ग्लोबल विश्वविद्यालय में गरीब बच्चों को मिलता है फ्री में एजुकेशन
गौतमबुद्धनगर : धीरेन्द्र सिंह,विधायक, जेवर, गौतमबुद्धनगर
- दो महिला डिग्री कॉलेज खुला
- जेवर में 90% शिक्षा निति बड़ी
- शिक्षा के साथ रोजगर भी जरुरी
- दो महिला डिग्री कॉलेज खुला
- जेवर में 90 % शिक्षा निति बड़ी
- शिक्षा के साथ रोजगर भी जरुरी
- उत्तर भारत के लोगों के लिए फक्र
- बनने जा रहा पांच मेडिकल कॉलेज
- 1947 के बाद से कोई कॉलेज नहीं था , साथ ही अच्छी सड़क भी नहीं थी
- एयरपोर्ट बनने से मिलेगा अच्छा रोजगार
- जेवर में बन रहा है फिल्मसिटी
- जो बच्चे गरीब है उनके लिए बना है चौधरी चरण सिंह कॉलेज
- मॉडलिंग, फैशन, सभी कोर्स में होगा दाखिला
- जन जागरण अभियान के तहत महिलाओं को मिलेगी शिक्षा
- नई शिक्षा नीति के तहत बन रही लायब्ररी
- जिसके परिजन कोरोना में मर गए तो उनके लिए मै फ्री में शिक्षा दूंगा
- मेरे ईमेल पर करें मैसेज
राजेंद्र सचदेवा, चेयरमैन, सचदेवा ग्रुप, आगरा के साथ चर्चा
- नई शिक्षा नीति की तारीफ में पीएम को दिया धन्यवाद
- बच्चो को हर साल देते है किताबें
- बच्चो को स्कूल बुलाने के लिए देते है खाने – पिने की चीजें
- न से बच्चों को रखे दूर
- बच्चो को दबाव में न डालें
काजल छिब्बर, फाउंडेशन, साथी फाउंडेशन हेड
- गरीब बच्चो को पढ़ने में होती है दिक्कत
- स्लम एरिया में शाम के समय पीने की आदत
- स्लम एरिया में परिजन खुद बच्चो को नहीं जाने देते स्कूल
- स्लम एरिया में बच्चो को रोज देना पड़ता है कुछ न कुछ प्रलोभन
- महिलाएं कभी भी नहीं थी पीछे
- महिलाएं सबके बराबर
- स्लम एरिया में बच्चो को पढ़ना बहुत मुश्किल
डॉक्टर सुशील गुप्ता, निर्देशक, प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, आगरा
- फैसिलिटी देने से नहीं पढ़ते बच्चे
- जिसको को पढ़ना होता है पढ़ लेता है
- सभी गरीब बच्चे चाहते पढ़ना
- डॉक्टर सुशील गुप्ता ने कर्ण का दिया उदहारण
- बच्चे पढ़ने में खुद ही सक्षम
- बच्चे अपने परिजनों की बातो से भटक जाते है
लक्ष्मी सिंह, पुलिस कमिश्नर, गौतमबुद्धनगर के साथ चर्चा
- मुख्यमंत्री अभियुद्धाय योजना की तरह बच्चों को मिल रहा शिक्षा
- मुख्यमंत्री अभियुद्धाय योजना के तरह
- बच्चो को किताब देंगे तो नहीं उठाएंगे हथियार
- बच्चो को नया यूनिफार्म और बुक देने से पढ़ने में देते है ध्यान
- 89 बच्चो को फ्री में देती है शिक्षा
- मिशन शक्ति बहुत खास रहा
- स्लम एरिया में बच्चों को फ्री में देते थे शिक्षा
- माँ – बाप की सोच भले छोटी हो लेकिन बच्चों की सोच छोटी नहीं होती
- हर हफ्ते स्कूलों में बच्चो को देते है सुविधा
- हर हफ्ते स्कूलों में बच्चो को देते है सुविधा
- मेरे ऑफिस में लगी है बच्चो के हाथो की पैन्टिन्ग
- यूपी पुलिस के अच्छे छवि का हो रहा उजागर
- मोबाइल से मिलने वाला ज्ञान हमेशा अधूरा होता है
- मोबाइल की ज्ञान से नहीं पढ़ सकते बच्चे
- छोटे बच्चो को पढ़ना आसान
डॉ नोहेरा शेख के साथ महिला प्रगति पर खास चर्चा
- महिलाओं को देश में पढ़ने के इक्वल राइट है
- लड़कियों की जिंदगी सिर्फ किचन तक ही सीमित नहीं
- मैंने सोचा लड़कियों को पढ़ाऊंगी साथ ही खुद भी पढ़ूंगी और एक बिजनेसमैन वूमेन बनूगी
- महिलाएं शिक्षा में भी आगे होंगी, पॉलिटिक्स में भी होगी हर विभाग में आगे होंगी।
- उन्होंने मंच का शुक्रिया अदा कर कहा महिलाओं को किसी से भी डरने की जरूरत नहीं है। वह अपने आप में स्ट्रांग है आप कुछ भी कर सकते हैं आपको किसी से डरने की जरूरत नहीं।
- जो आज के समाज में पुरुष कर सकते हैं वह काम महिलाएं भी कर सकती।
- मुझे पार्टी बनाने के बाद जेल के अंदर रहना पड़ा
- जब मैं जेल के अंदर थी उस दौरान मैंने लॉ को लेकर तमाम कानूनी पेच पढ़ना शुरू किया।
- देश में लॉ की पढ़ाई महिलाओं के लिए बेहद जरूरी
प्रियदर्शन वशिष्ठ मैनेजर सिल्वर साइन स्कूल गाजियाबाद
- हमारे स्कूल में सभी काम इन सब चीजों के लिए ही हो रहा है बच्चे सबसे पहले कोई भी कम अपने हाथ पर लेकर करें
- हमने क्लब्स बनाए हैं जिसको बच्चे ही हैंडल करते हैं और उनको टीचर देखते हैं
- आजकल बच्चों के लिए काफी ऑप्शन
- जब तक हम बेसिक को समझेंगे नहीं तब तक आगे बढ़ने का कोई फायदा नहीं
आयुष पंडित, एसिड, इंस्टीट्यूट नोएडा के साथ चर्चा
- एसआईटी को हमेशा से पहले प्राथमिकता दी जाती
- यह कोई ज्यादा पढ़े लिखे लोग नहीं होते यह सिर्फ एक इन्वेस्टिगेशन जनरलिस्ट होते हैं
- हमने दो कोर्स शुरू किया एक 6 महीने का और एक 11 महीने का
- आज के समय में लौ की एजुकेशन ज्यादा जरूरी
भगत सिंह डोंगर, डायरेक्टर, आशा राम रॉयल पब्लिक स्कूल दिल्ली
- हम गवर्नमेंट से प्राइवेट स्कूल को कंपेयर नहीं कर सकते
- दोनों थे दोनों को अलग-अलग नजरों से देखें देखना चाहिए
- प्राइवेट स्कूलों को नियम कानून से लेकर बच्चों के पेरेंट्स को लेकर भी चलना होता है
जितेंद्र शर्मा आईटी इंजीनियर बुलंदशहर के साथ चर्चा
- बच्चों को जो एजुकेशन दी जा रही है उसका मोटिव क्या है
- हमारा स्कूल चैलेंज एक्सेप्ट करता है हमारे प्रिंसिपल टीचर हमारे विद्यार्थी एक चैलेंज के लिए हमेशा तैयार रहते हैं
- हमारे स्कूल में 100 कमरे हैं और 300 से ज्यादा बच्चे उसमें रहते हैं
- हमारे स्कूल में बच्चों की बेसिक एजुकेशन पर ध्यान दिया जाता है
इंजीनियर राजीव शर्मा, डायरेक्ट एसजेडी पब्लिक स्कूल, अलीगढ़
- विद्यालय विद्यार्थी के लिए वह संस्थान जहां वह शिक्षा के साथ-साथ ज्ञान की प्राप्ति भी करता है
- विद्यालय में सिर्फ शिक्षा ही नहीं बल्कि उसे दूसरों के साथ किस तरीके से व्यवहार करना है सांसारिक से लेकर तमाम तरह की शिक्षा दी जाती
- डिजिटल के युग में शिक्षा के बहुत सारे चीजें हमारे पास प्राप्त है
- कोरोना काल के समय हर पेरेंट्स को बच्चों को लेकर काफी चिंता थी कि किस तरीके से हमारे बच्चे स्कूल जाए
- यूपी सरकार द्वारा एक निर्णय लिया गया की जितनी भी जयंती होती है उसमें हर स्कूल में छुट्टियां दी जाती हैं सरकार द्वारा यह प्रयास किया गया जितने भी सारे संस्थाएं हैं या विद्यालय है इसको सेलिब्रेट किया जाए
- जब तक विद्यार्थी अपने इतिहास से नहीं जुड़ेगा तो वह आगे नहीं बढ़ सकता
- हमारा संस्थान बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ इतिहास का और संस्कार का भी पाठ पढ़ाता है
- अग्नि वीर को लेकर भी की गई चर्चा
- वर्तमान सरकार द्वारा भी लगातार विद्यार्थियों की जीवन को लगातार आगे बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा और तमाम तरीके की योजनाएं लाई जा रही है
रूपा माहेश्वरी, प्रिंसिपल, बाबा इंटरनेशनल स्कूल बिल्सी बदायूं
- गर्ल्स चाइल्ड को शिक्षा देना बेहद जरूरी
- इसीलिए आज के समय में लड़कियों को पढ़ाना बेहद जरूरी
- हम अपने स्कूल में मीटिंग्स करवाते हैं, जिसमें बच्चों को यह बताया जाता है कि किस तरीके से फ्रेंडली एनवायरनमेंट होना चाहिए
- अपने पेरेंट्स और अपने टीचर से किस तरीके से बच्चे को कनेक्ट रहना चाहिए
हिरदेश चौधरी, घुमंतू पाठशाला आगरा से चर्चा
- जो भी बच्चे सड़क किनारे रहते हैं, हमारी घुमंतू यूनिवर्सिटी ने ऐसे बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया
- हमने उनके पेरेंट्स को भरोसा दिलाया कि आपके बच्चे भी पढ़ सकते हैं और हमारा स्कूल आपके बच्चों को पढ़ाएगा
- जो कवाड़ा बेचते हैं, या फुटपाथ पर रहते हैं ऐसे हजारों बच्चों को हमने पढ़ाया और उन्हें एजुकेटेड किया