Gorakhpur News: बीआरडी मेडिकल कालेज की छवि को सुधारने में लगे सीएम योगी आदित्यनाथ के सभी प्रयास बेकार साबित हो रहे है। ताजा मामला गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज का है। जहाँ एक मरीज के तीमारदार को सवाल करना इतना महंगा पड़ गया कि उसे जानवरो की तरह मार खाना पड़ा । गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर जूनियर डॉक्टरों ने तीमारदारों पिटाई बुधवार की शाम मरीज के बेटे और उसके चचेरे भाई को डॉक्टरों ने बुरी तरह पीटा। उनकी गलती सिर्फ इतनी थी कि उन्होंने जूनियर डॉक्टरों से देरी से आने पर सवाल कर लिया। जूनियर डॉक्टर भड़क गए पहले वार्ड में चचेरे भाइयों को दौड़ाकर पीटा। फिर उसे एक कमरे में बंद कर पिटाई की। डॉक्टरों ने तीमारदार को लात-घूसों से इतना पीटा कि उसके शरीर पर बड़े बड़े निशान पड़ गए।
घटना बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन वार्ड में शाम 6 बजे की है। आरोप है, कि मरीज को भी डॉक्टरों ने जबरन डिस्चार्ज कर बाहर कर दिया। बीमार मरीज के साथ चौकी पर पहुंचे पीड़ितों को पुलिस ने भी भगा दिया। आरोप है कि, जूनियर डॉक्टरों ने भर्ती महिला मरीज और एक बच्ची की भी पिटाई की। हालांकि, बाद में पीड़ित ने गुलरिहा थाने में तहरीर दी।
दरअसल, महराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के महदेवा निवासीनि दुर्गावती देवी (55) पत्नी परशुराम साहनी की बुधवार सुबह घर पर बेहोश हो गई। परिवार के लोग उन्हें महराजगंज जिला अस्पताल ले गए। जहां गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिय। इसके बाद उन्हें यहां मेडिकल कालेज के महिला मेडिसिन वार्ड नंबर 5 में भर्ती किया गया।
दोपहर से शाम तक जब कोई डॉक्टर मरीज को देखने नहीं आया। शाम 6 बजकर 10 मिनट पर जूनियर डॉक्टर पहुंचे तो मरीज का बेटा अमित जूनियर डॉक्टर से पूछा कि इतनी देर में आ रहे है। दिनभर हम लोग इंतजार कर रहे थे। मेरी मां की तबीयत गंभीर है, इतने पर डॉक्टर आक्रोशित होकर जूनियर डॉक्टरों ने पिटाई की। बचाव में आए अमित के चचेरे भाई कृष्ण मोहन को भी डॉक्टरों ने पीट दिया। आरोप है,कि कमरे में बंद कर पीटा गया ।
मरीज की बहन का बेटा कृष्ण मोहन और बेटी सुधा बीच बचाव करने आए तो डॉक्टरों ने उन्हें पीटा। दोनों किसी तरह जान बचाकर भागने की कोशिश की तो डॉक्टरों दोनों को दौड़ाकर पीटा। बीआरडी मेडिकल कालेज के जूनियर डॉक्टरों की ये गुंडई कोई नई नही है। इस तरह की तश्वीर आए दिन देखने को मिलती है,अब ऐसे में सवाल ये उठता है,की5 आखिर सफेद पास इन जूनियर गुंडे डॉक्टरों पर लगाम कब लगेगा।
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