India News (इंडिया न्यूज़),Green Coal Plant: देश में वाराणसी के बाद जिले में दूसरा हरित कोयला (चारकोल) प्लांट गोरखपुर के सुथनी में लगेगा, जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों कराने की तैयारी है। लखनऊ में मुख्यमंत्री के सामने एनटीपीसी के अधिकारियों और नगर निगम के अधिकारियों के बीच इसके लिए एमओयू पर दस्तख्त किए गए, यह कोयला रंग नहीं, बल्कि काम से ग्रीन (हरित) होगा। हरित कोयले को एनटीपीसी बिजली बनाने के काम में प्रयोग करेगी। सार्वजनिक क्षेत्र की बिजली कंपनी एनटीपीसी, सहजनवां क्षेत्र के सुथनी में कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत चारकोल प्लांट स्थापित करने जा रही है।
सुथनी में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट (एसडब्लूएमपी) के लिए खरीदी गई जमीन में से 15 एकड़ पर 255 करोड़ रुपये से प्लांट स्थापित होगा, निवेश के साथ ही सैकड़ों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। एनटीपीसी ने अपने इस दूसरे वाणिज्यिक हरित कोयला (टॉरेफाइड चारकोल) परियोजना के लिए मुख्यमंत्री आवास में मेयर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की मौजूदगी में समझौता किया। जल्दी ही मुख्यमंत्री इस बड़ी योजना का शिलान्यास कर सकते हैं। इस प्लांट की क्षमता 500 टन प्रतिदिन (टीपीडी) कूड़ा निस्तारण की होगी। इस साल दिसंबर तक कूड़े से चारकोल बनाना शुरू होने की उम्मीद है। 25 वर्ष के लिए हो रहे करार से नगर निगम 650 करोड़ रुपये की बचत करेगा।
निवेश को जोड़ लिया जाए तो बचत 905 करोड़ रुपये हो जाएगी। एनटीपीसी वाराणसी में 600 टीपीडी क्षमता का प्लांट लगा रहा है यह देश का पहला कूड़े से चारकोल बनाने का प्लांट है। अब गोरखपुर में देश के दूसरे प्लांट की नींव पड़ रही है। फरवरी में नगर आयुक्त बनने के बाद गौरव सिंह सोगरवाल ने वाराणसी की तरह गोरखपुर में भी चारकोल प्लांट लगाने का निर्णय लिया था। उन्होंने एनटीपीसी के दिल्ली कार्यालय में दो बार पहुंचकर अधिकारियों से मुलाकात की।
गोरखपुर के अलावा संतकबीरनगर से भी आएगा कूड़ा। एनटीपीसी 25 वर्ष तक प्लांट का संचालन करेगी। यहां 10 एकड़ क्षेत्रफल में बायो कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) प्लांट की स्थापना की जा रही है। नगर निगम एनटीपीसी को एक रुपये प्रति वर्गमीटर की दर पर 25 वर्ष के लिए जमीन देगी। यहां रोजाना तकरीबन 200 टन चारकोल बनेगा। चारकोल प्लांट स्थापित होने के साथ ही न सिर्फ महानगर वरन जिले की कई नगर पंचायतों और संत कबीरनगर से भी कूड़ा आएगा।