India News (इंडिया न्यूज़), Gyanvapi : उत्तर प्रदेश | सर्वेक्षण के सातवें दिन ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) की एक टीम वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में पहुंच गई है। इसी के साथ ही थोड़ी देर में सर्वेक्षण का कार्य शुरु हो जाएगा। वहीं,मामले की गंभीरता को देखते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के सर्वे के दौरान अब हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लोग एएसआई की टीम से दूर रहेंगे। नई व्यवस्था आज(गुरुवार) से लागू हो जाएगी। प्रशासन ने देर रात की बैठक में तय हुआ कि अगर हिंदू या मुस्लिम पक्ष के लोगों को अपनी बात एएसआई टीम से कहनी है तो वह सर्वे के दौरान ज्ञानवापी परिसर में प्रवेश और निकास के समय ही उनसे बात कर सकेंगे।
#WATCH | Uttar Pradesh | A team of ASI (Archaeological Survey of India) arrives at the Gyanvapi mosque complex in Varanasi on the seventh day of the survey. pic.twitter.com/zGc96hia9F
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 10, 2023
बता दें, पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन और मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने हिंदू और मुस्लिम पक्ष के बीच बढ़ती तल्खी को देखते हुए यह फैसला लिया। इसके साथ ही बुधवार को काशी विश्वनाथ धाम के पिनाक भवन में दोनों पक्षों के लोगों के साथ बैठक कर नई व्यवस्था की जानकारी दी।
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने कहा कि किसी भी पक्ष की ओर से माहौल खराब करने वाला बयान नहीं आना चाहिए। वहीं, न्यायालय की लड़ाई को बाहर नहीं लाया जाए। साथ ही सामंजस्य के साथ न्यायालय के आदेश का पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर प्रतिवादी पक्ष से जुड़े सभी लोग संयम रखें। मंडलायुक्त ने कहा कि प्रशासन ने दोनों पक्षों को ताकीद की है कि सर्वे के दौरान वे एएसआई टीम से दूरी बनाकर रखेंगे।
मडलायुक्त ने कहा कि सभी लोग अपने क्षेत्र के युवाओं को समझाएं और उनपर ध्यान रखें। खासकर ये ध्यान रहे कि युवा किसी के बहकावे में न आएं। नफरत फैलाने वाले भ्रामक संदेशों के प्रचार-प्रसार से बचनें को बोलें। अगर सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से नफरत, द्वेष, कटुता और सांप्रदायिक अफवाह फैलाने वाले संदेश आ रहे हैं तो उनसे भी दूर रहें। इसके साथ ही खुद भी सोशल मीडिया के माध्यम से इस प्रकार का कोई मैसेज न भेजें, जिससे कानून व्यवस्था के लिए प्रतिकूल स्थिति उत्पन्न हो।
प्रशासन द्वारा बताया गया कि सोशल मीडिया की निरंतर निगरानी की जा रही है। ऐसे लोगों पर जल्द ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी जो भ्रम फैला रहे हैं। पुलिस आयुक्त ने ऑपरेशन दृष्टि के बारे में भी जानकारी और संवेदनशील स्थानों को चिह्नित करके सीसी कैमरे लगवाने के लिए प्रेरित किया। इससे अपराध रोकने में मदद मिलेगी।