India News(इंडिया न्यूज़), रामनगर “Land Jihad in Uttarakhand ” : जिस टाइगर में पैदल चलने की अनुमति न हो, वाहन से उतरने की भी अनुमति न हो, उसी टाइगर रिजर्व के मुख्य मार्ग से 12 किलोमीटर के अंदरूनी में एक मजार की इमारत बना दी जाती है। यहीं नहीं बल्कि उसी जगह पर लोगो का बेखौफ आना जाना शुरू भी हो रहा है।
जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व अन्तर्गत कालागढ़ फॉरेस्ट के 12 कीमी अंदरूनी मोरघट्टी एक मजार है। उसकी छबि भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। जिसमे लोग मजार पर बैठे हुए हैं और माथा टेक रहे हैं। इस मजार में पक्के कमरे भी बन हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक ये भी पता चला है कि ये मजार कालू सय्यद बाबा के नाम की है। जिनके नाम की अल्मोड़ा, हल्द्वानी, कालाढूंगी सहित 10 जगह कई मजारें भी हैं। यानी कि ये भी एक “फ्रेंचाइजी” मजार है। नहीं तो एक बाबा इतनी दूर घने जंगल में 10 जगहों पर कैसे दफनाया जा सकता है।
उत्तराखंड में मजार जिहाद और जमीन जिहाद को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक अभियान चलाया है। जितनी भी सरकारी जमीनों पर मजारे बनी है उन्हे ध्वस्त किया जा रहा है। वन क्षेत्र में अवैध रूप से धार्मिक संरचनाओं को हटाने की कार्रवाई भी की जा रही है। बिजरानी रेंज, आमडन्डा बीट के फूलताल ब्लाक स्थित थपली बाबा मजार को आज उखाड़ दिया गया। इससे नाराज क्षेत्रीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझा बुझाकर गुस्सा शांत कराया।
जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज के रेंजर बिंदरपाल ने बताया की धार्मिक संरचना के धारणा अधिकारी की पुख्ता सबूत न होने की वजह से मजार को अवैध मानते हुए पुलिस और प्रशासन के मदद से हटाया गया । टाइगर रिजर्व द्वारा मजार संबंधित जानकारी को धारणा अधिकारी द्वारा प्रस्तुत करने के लिए नोटिस भी दिया गया।
Report By: Tanisha Arora