India News (इंडिया न्यूज़), Arun Kumar Chaturvedi, Lucknow News: राजधानी लखनऊ में जिलाधिकारी लखनऊ ने संचारी रोग नियंत्रण के लिए अधिकारियों के साथ की बैठक जनपद में साल का तीसरा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 3 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तथा दस्तक अभियान 17 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। जिसके क्रम में शुक्रवार को जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स की एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी 8 ग्रामीण विकास खंड के खंड विकास अधिकारियों को ज़ूम के माध्यम से जोड़ा और उन्हें निर्देश दिए कि अभियान के माइक्रोप्लान के अनुसार सभी गतिविधियों को संपादित करवाना सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी द्वारा ब्लाक स्तर पर चलाए गए संचारी रोग अभियान की गहन समीक्षा की गई। समीक्षा में संज्ञान में आया की माह जुलाई में आयोजित हुए संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम में ब्लॉक गोसाईगंज का कार्य संतोष जनक नही है जिसके लिए जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए खंड विकास अधिकारी गोसाईगंज को स्पष्टीकरण जारी किया गया। उन्होंने कड़े निर्देश दिए की संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रमो में किसी भी प्रकार की शिथिलता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि संचारी रोग अभियान एवं दस्तक अभियान को एक जन आंदोलन के रूप में चलाया जाए। ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में जहां-जहां गंदगी ज्यादा है वहां पर एंटी लार्वा, फागिंग व चूना का छिड़काव अवश्य किया जाए। उक्त के साथ सोशल मीडिया, स्कूली बच्चों की रैली एवं चौराहों पर लगी एल0ई0डी0 के माध्यम से संचारी रोग अभियान का प्रचार प्रसार किया जाए। जिलाधिकारी ने सभी सभी खंड विकास अधिकारियो को निर्देशित किया कि दिनभर की कार्य योजना की रिपोर्ट प्रतिदिन शाम को मुख्य चिकित्साधिकारी को उपलब्ध कराई जाए। साथ ही ग्राम प्रधान एवं ए0एन0एम0 के साथ बैठक कर संचारी रोग अभियान की कार्य योजना बनाने के भी निर्देश दिए गए।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए की गांवो में नालियों का पानी ना रुकने पाए उसके लिए समय-समय पर साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए साथ ही गांव में जिन हैंडपंपों का पानी पीने योग्य नहीं है उनके ऊपर लाल रंग का निशान लगाया जाए और जिन हैंडपंपों के प्लेटफार्म क्षतिग्रस्त है उनको तत्काल बनवाया जाए। उक्त के साथ ही सघन बस्तियो एवं गांव में बड़ी संवेदनशीलता के साथ कार्य किया जाए।
जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग सहित 12 विभागों को समय से माइक्रोप्लान बनाने के निर्देश दिए जिससे कि समय से संचारी नियंत्रण अभियान की गतिविधियां संपादित हों सके। उन्होंने निर्देश दिए कि माइक्रोप्लान बनाने से लेकर, विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के शुरू होने और समाप्त होने तक हर दिन शाम को जूम मीटिंग के माध्यम से प्रतिदिन सभी विभागों के कामों की समीक्षा की जाए। इसमें सहयोगी सस्थाओं द्वारा दिए गए सुझावों को भी ध्यान में रखा जाए।
उक्त बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर (पूर्वी) अमित कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. गोपी लाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. वाई. के. सिंह, उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. निशांत निर्वाण, जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, सहयोगी संस्थाओं विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ़, पाथ, एम्बेड के प्रतिनिधि मौजूद रहे |