Lucknow News: (Swami Prasad Maurya tweet created a stir) स्वामी प्रसाद मौर्य के ट्वीट से एक बार फिर UP की राजनीति में हलचल मच गई है। उन्होंने दो ट्वीट कर लिखा, ‘मैं हिंदू धर्म में पैदा हुआ यह मेरे बस में नहीं था, लेकिन मैं हिंदू होकर नहीं मरूंगा, ये मेरे बस में है।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में इन दिनों तेज हलचल देखने को मिल रही है। बता दें कि, रामचरितमानस पर विवादित बयान को लेकर चर्चा में आए समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य इन दिनो सुर्खियों पर हैं। जिसके चलते उन्होंने आज शनिवार को फिर से एक ट्विट कर सियासी हलचल मचा दी है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने दो ट्वीट कर अपनी बात रखी है।
उन्होंने लिखा कि, ”कदम-कदम पर जातीय अपमान की पीड़ा से व्यथित होकर ही डॉ. अम्बेडकर ने कहा था कि ‘मैं हिंदू धर्म में पैदा हुआ यह मेरे बस में नहीं था, लेकिन मैं हिंदू होकर नहीं मरूंगा, ये मेरे बस में है।’ जिसको लेकर ‘ फलस्वरूप सन 1956 में नागपुर दीक्षाभूमि पर 10 लाख लोगों के साथ बौद्ध धर्म स्वीकार किया”।
तत्कालीन उपप्रधानमंत्री, बाबू जगजीवन राम द्वारा उद्घाटित संपूर्णानंद मूर्ति का गंगा जल से धोना, तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के रिक्तोपरांत मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र से धोना व राष्ट्रपति कोविंद जी को सीकर ब्रह्मामंदिर में प्रवेश न देना शूद्र होने का अपमान नहीं तो क्या?
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 4, 2023
बताते चलें कि, सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से दूसरा ट्वीट कर लिखा कि तत्कालीन उपप्रधानमंत्री, बाबू जगजीवन राम द्वारा उद्घाटित संपूर्णानंद मूर्ति का गंगा जल से धोना, तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के रिक्तोपरांत मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र से धोना व राष्ट्रपति कोविंद जी को सीकर ब्रह्मामंदिर में प्रवेश न देना शूद्र होने का अपमान नहीं तो क्या?