India News(इंडिया न्यूज़), जागेश्वर “Manskhand” : विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में मानसखंड को लेकर अब तैयारियां तेज हो गयी है। जिसको लेकर मास्टर प्लान बनाया गया है। जागेश्वर पहुंची जियोलॉजिस्ट(Geologists) की टीम ने जागेश्वर में सात अलग- अलग स्थानों पर सॉइल टेस्टिंग कर सेंपल लेकर लैब को भेज दिए हैं। जिसकी एक सप्ताह में लैब रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाई शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम की तर्ज पर जागेश्वर में भी मास्टर प्लान की कैबिनेट में मंजूरी मिली है।
बता दें, जागेश्वर का मास्टर प्लान सीएम पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है। बकायदा अहमदाबाद की आईएनआई कंसल्टेंसी(INI Consultancy) इसका सर्वे भी कर चुकी है। बिल्डिंग क्रियेटर एंड कंसल्टिंग के सर्वेयर और जियोलॉजिस्ट की टीम ने जागेश्वर में सात स्थानों पर खुदाई कर सॉइल इंवेस्टिंग के लिए मिट्टी के नमूने एकत्र किए।
वहीं, जियोलॉजिस्ट(Geologist) मनीष सिंह कोश्यारी ने बताया कि लैब से एक सप्ताह में रिपोर्ट आ जाएगी, जिसे वह कंसल्टेंसी में समिट कर देंगे। किसी भी बिल्डिंग को तैयार करने के लिए सबसे पहले सॉइल टेस्टिंग का प्रावधान है। इसी टेस्टिंग की रिपोर्ट के आधार पर भवनों का निर्माण किया जाता है। जमीन के भीतर चट्टान की क्षमता का आकलन किया जाता है।