India News (इंडिया न्यूज), 2,000 Rupee Note: मई में भारतीय रिजर्व बैंक ने 2,000 के नोटों पर रोक लगा दी थी। साथ ही कहा था कि इसे बैंकों में जमा किया जा सकता है और इसके लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया है। वहीं इन 2,000 के नोटों को लेकर आरबीआई ने एक बयान जारी किया है।
जिसमे कहा गया है कि देश में चलने वाले 2,000 के नोट 50 फीसद तक बैंको में वापस आ गए हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने जानकारी देते हुए बताया कि चलन में मौजूद 2,000 रुपये के नोटों में से 50 प्रतिशत नोट वापस लेने की घोषणा के लगभग 20 दिन बाद वापस आ गए हैं। जो नोट वापस किए गए हैं उनकी कीमत 1।8 लाख करोड़ रुपए है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बयान जारी कर कहा कि 85 फीसदी नोट बैंक डिपॉजिट के तौर पर वापस आ गए हैं। दास ने कहा, “हम आंकड़ों का मिलान कर रहे हैं। लेकिन मोटे तौर पर, अस्थायी आधार पर, मैं कह सकता हूं कि 2,000 रुपये के करीब 85 फीसदी नोट बैंक खातों में जमा के रूप में वापस आ रहे हैं।”
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जल्दी ही बैंको तक नोट को पहुंचाया जाए। वहीं उन्होंने कहा कि सितंबर के आखिरी 10-15 दिनों में आखिरी वक्त की भीड़ से बचे। वहीं उन्होंने कहा कि नोटों को 30 सितंबर तक बैंकों में जमा या बदला जा सकता है। गवर्नर का कहना है कि केंद्रीय बैंक के पास विनिमय के लिए पर्याप्त मुद्रा उपलब्ध है।
वापसी से पहले ही प्रचलन में नोटों का मूल्य पहले ही काफी कम हो गया था (2018 से 2023 तक 46% नीचे) था। केंद्रीय बैंक ने कहा था ने हाल ही में जारी एक बयान में कहा था कि “संचलन में इन बैंक नोटों का कुल मूल्य 31 मार्च, 2018 को अपने चरम पर 6।73 लाख करोड़ रुपये से गिरकर (संचलन में नोटों का 37।3 प्रतिशत) घटकर 3।62 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो मार्च को प्रचलन में नोटों का केवल 10।8 प्रतिशत था।”
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