India News(इंडिया न्यूज़), Mussoorie News (मसूरी): राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा देश में संचालित समस्त रोपवे प्रोजेक्ट के लिए अर्धवार्षिक तौर पर संयुक्त अभ्यास आयोजित किया जा रहा है। जिसको लेकर मसूरी में संचालित केबल कार रोपवे पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा एसडीआरएफ, मसूरी पुलिस, भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल मसूरी, फायर सर्विस और विभिन्न विभाग के कर्मचारी और अधिकारियों के साथ संयुक्त मॉक ड्रिल किया गया।
मॉक ड्रिल के दौरान अचानक रस्सी खुलने के कारण रेस्क्यू करने गए एसडीआरएफ के अधिकारी रोपवे से गिर गए और पहाड़ी से टकरा गए जिसमें वह मामूली रूप से घायल हो गए।
मॉक ड्रिल में मसूरी रोपवे द्वारा संचालित केबल कार रोपवे की तार टूटने के बाद मन हील जाने के रूट पर रोपवे फंस गई। जिसमें सवार पाच पर्यटक भी रोपवे में फंस गए। रोपवे संचालक द्वारा मसूरी पुलिस को घटना की सूचना दी गई। जिसके बाद मसूरी पुलिस द्वारा स्थानीय प्रषासन को घटना की सूचना दी गई।
जिसके बाद आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और एसडीआरएफ और अन्य विभागों को सुचना देकर तत्काल रेस्क्यू आपरेषन के लिये घटना स्थल पहुचे और त्वरित कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एसडीआरएफ मसूरी पुलिस और फायर सर्विस द्वारा मोर्चा संभाला गया। वहीं कार्य योजना बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन संचालित किया गया। खड़ी पहाड़ी होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में खासी परेशानी का सामना किया गया।
इस दौरान एसडीआरएफ एनडीआरएफ और भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल के जवानों और अधिकारियों ने अपनी ट्रेनिंग का उदाहरण देते हुए रोपवे में फंसे 5 पर्यटकों को सकुशल निकाला गया। जिसमें से एक पर्यटक को गंभीर हालत देखते हुए उसे स्ट्रक्चर के माध्यम से रोपवे से उतारकर 108 एंबुलेंस के माध्यम से उप जिला चिकित्सालय भेजा गया। उन्हाने बताया कि एसडीआरएफ की स्वंय कर मेडिकल टीम होंती है जो आपदा या दुर्घटना के समय रेस्क्यू टीम के साथ रहती है। जिससे घायल लोगो को समय से इलाज हो सके।
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट अमित पाठक ने बताया कि एनडीआरएफ के डायरेक्टर जनरल द्वारा एनडीआरएफ की सभी बटालियन को देशभर में कार केबल रोपवे का निरीक्षण कर सुरक्षा को लेकर किए गए इंतजाम को लेकर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिये गए है। जिसको लेकर पूरे देश में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि देवघर, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में 3 केबल कार हादसे हुए हैं। जिसमें भारी जनहानि हुई है। ऐसे में देश के सभी केबल कार रोपवे का निरीक्षण कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। वही मॉक ड्रिल के माध्यम से सभी विभागो को किसी भी हादसे के बाद होने वाले रेस्क्यू ऑपरेशन के लिये तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके द्व स्ट्रक्चर ब्लूप्रिंट बनाकर उच्च अधिकारियों को सौंपा जाएगा जिससे कि रोपवे में सुरक्षा के इंतजामों को भी बेहतर किया जा सके ।
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