India News (इंडिया न्यूज़),Nainital High Court: उत्तराखण्ड के कॉर्बेट नैशनल पार्क में 6000 पेड़ों के कटान और अवैध निर्माण को लेकर दायर जनहित याचिका पर उच्च न्यायालय ने अपना फैसला सुनाते हुए मामले में सी.बी.आई.जांच के आदेश दे दिए हैं। खंडपीठ ने राज्य की जांच एजेंसियों से सी.बी.आई.का सहयोग करने को कहा है। मुख्य न्यायाधीश विपिन सांघी की खंडपीठ ने आज अपना निर्णय सुनाते हुए मामले को सी.बी.आई.के साथ सहयोग करने को कहा है।
वही मामले में अब विपक्ष हरक सिंह रावत के साथ खड़ा दिखाई दे रहे है। कांग्रेस को विधायक और वरिष्ठ नेता प्रीतम सिंह ने कहा है कि हाई कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी करना तो उचित नहीं है लेकिन जिस जांच के आदेश हाईकोर्ट ने दिए हैं। उसमें हरक सिंह रावत पाक साफ निकलेंगे।
वही वन मंत्री सुबोध उनियाल के बयान से भी लगता है कि सरकार शायद सीबीआई जांच के मूड में नहीं है। सुबोध उनियाल ने कहा है कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद आदेश का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद अगर सरकार को लगता है तो हाई कोर्ट में पुनर्विचार याचिका लेकर जरूर जाएगी।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है और यह उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह पार्क बनाया गया था जिम कॉरबेट के नाम पर, जिन्होंने भारतीय वन्यजीवन के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों के संरक्षण और उनके प्रजनन को बढ़ावा देना है। यहाँ पर विभिन्न प्रकार के वन्यजीव जैसे कि बाघ, शेर, हाथी, बारासिंगा, लीपर्ड, गाय, बंदर, और अन्य प्रजनन करते हैं। इसके अलावा, यहाँ कई प्रकार के पक्षी, पिछले, और पौधों का विविध जीवन भी है।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है और प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ सफारी के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ पर्यटक वन्यजीवों के साथ जंगल सफारियों का आनंद लेते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हैं। जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भारतीय वन्यजीव संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आकर्षक स्थल है।