India News (इंडिया न्यूज़),Navjot Sidhu: पूर्व क्रिकेटर व कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार की दोपहर महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर अध्यात्म और दर्शन करते दिखे। इस दौरान उन्होंने कहा कि लक्ष्मी, शरीर और प्राण चलायमान हैं। मणिकर्णिका घाट पर देखिए, रोजाना कितने शरीर जलते हैं।
The Ghats of Banaras…….. Puja at the historic and auspicious Manikarnika Kund with firebrand leader @kashikirai ji !! pic.twitter.com/QRTom54vfv
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 28, 2023
नवजोत सिंह सिद्धू बोले एक दिन सबको जलना है और मिट्टी के नीचे भी जाना है, लेकिन कर्म जिंदा रहता है। मैं, अपनी कैंसर पीड़ित पत्नी नवजोत कौर सिद्धू को लेकर काशी आया हूं। धर्मस्थली पर धर्म से जुड़ने और अपनी गुरु माई के चरणों में आया हूं। इस धर्मस्थली पर राजनीति या उससे जुड़ी बातें करने नहीं आया हूं।
अपने काशी प्रवास के चौथे दिन के दौरे पर पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू मणिकर्णिका तीर्थ पहुंचे। जहां सिद्धू ने विधि-विधान से पूजा- अर्चना की ओर उसके बाद उन्होंने कांग्रेस की पंचक्रोशी यात्रा को रवाना किया। नवजोत सिंह सिद्धू बताते है कि गौरवपूर्ण से बिताया हुआ एक घंटा कीर्ति रहित युगों से कहीं बेहतर होता है। बुलबुला चाहे एक पल क्यों न जिये, लेकिन सबसे ऊंचा होकर जीता है।
#Watch: #Punjab #Congress leader @sherryontopp offers prayers at #ManikarnikaKund in #Varanasi pic.twitter.com/9SkoOsL0Zc
— The Tribune (@thetribunechd) July 28, 2023
उन्होंने कहा यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस घाट पर गंगा माई के किनारे समय बिताने का वक्त मिला। सिद्धू कहते है कि इस पुण्य मास में वही लोग काशी आ पाते हैं, जिसने पिछले जन्मों में कुछ अच्छे कर्म किए हो। जिसके बाद वह बोले- गुरुनानक साहब ने कहा है कि सबका भला जो करेगा, वही परमात्मा को समझा है। नारायण ने कहा कि यह जगत एक परिवार है। भगवान शंकर और हमारी गुरु माई पार्वती ने कहा कि विश्व के कल्याण में हम सबका कल्याण निहित है।