Pauri News: (Night curfew imposed in view of tiger attacks in Pauri district) पौड़ी में तीन दिन के अंदर बाघ ने दूसरे शख्स को अपना शिकार बनाया है। जिसको लेकर माकोट में शाम 7:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक कई गांव में नाइट कर्फ्यू लगाया गया।
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में इन दिनों आदमखोर बाघ की दहशत से लोग घरों में कैद हैं।
पौड़ी जिले के रिखणीखाल, धुमाकोट क्षेत्र में तीन दिन के अंदर बाघ ने दूसरे शख्स को अपना शिकार बनाया है। इसके साथ ही धुमाकोट क्षेत्र के 25 गांवों में इस आदमखोर बाघ की दहशत में है। बाघ के खौफ को देखते हुए कई क्षेत्रों में प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू लगा दिया है।
बता दें, बाघों के हमले के डर से पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल में कई स्कूलों की 2 दिन की छुट्टियां घोषित कर दी गई है। वहीं, क्षेत्र से बड़ी खबर ये भी मिल रही है कि यहां अब 11 घंटे का रात्रि कर्फ्यू लगा दिया गया है। पौड़ी गढ़वाल जिले के डीएम डॉ आशीष चौहान ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि बाघों का झुंड कभी भी हमलावर हो सकता है, इस वजह से पौड़ी गढ़वाल जिले के तहसील रिखणीखाल और धुमाकोट में शाम 7:00 बजे से लेकर सुबह 6:00 बजे तक कई गांव में नाइट कर्फ्यू रहेगा।
इसके अलावा पैनू पट्टी-4 में भी नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा। जानकारी के अनुसार बाघों का 1 झुंड रिखणीखाल के कॉर्बेट नेशनल पार्क से लगे गांवों में घूमते हुए देखा गया है। जिसके बाद से अब क्षेत्र से लगे गांव में जल्द ही ड्रोन की मदद ली जाएगी। जिससे कि बाघों के मूवमेंट का पता चल सके।
जिलाधिकारी ने बताया गढ़वाल वन विभाग व लैंसडाउन वन विभाग की टीम, उपजिलाधिकारी, पुलिस कर्मी सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने डल्ला गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। इसके साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए प्रशासन द्वारा गांव में कई जगहों पर ट्रैस कैमरे लगाए हैं। साथ ही घटनास्थल के आसपास वन विभाग के द्वारा पिंजरे लगाए गए हैं।
वहीं, 13 अप्रैल को बाघ ने 72 वर्षीय बीरेंद्र सिंह को अपना शिकार बनाया था। बीरेंद्र सिंह सिमली से 25 किमी दूर दल्ला गांव में अपने खेत में गेहूं की फसल काटने के लिए गए हुए थे। जिसके बाद सोमवार को एक वीडियो सामने आया। जिसमें साफ साफ देखा जा सकता है कि दल्ला गांव के खेतों में एक बाघ खुलेआम घूमता नजर आ रहा है जबकि कुछ मीटर की दूरी पर मवेशी चर रहे हैं।