India News (इंडिया न्यूज़),Pm Modi Uttarakhand Visit: अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित स्वामी विवेकानंद जी की तपोस्थली लोहाघाट के अद्वैत आश्रम मायावती के दौरे को लेकर प्रशासन की तैयारी काफी तेज हो गई है। प्रशासन द्वारा पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए लोहाघाट के राजकीय पॉलिटेक्निक, छमनिया स्टेडियम , जीआईसी खेल मैदान को चयनित किया गया है। सोमवार को पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग के लिए सेना के हेलीकॉप्टर ने प्रशासन द्वारा चयनित तीनों हेलीपैडो में लैंडिंग करी तथा तीनों हेलीपेडों का गहनता से निरीक्षण किया।
सूत्रों के मुताबिक सेना के पायलट लैंडिंग की जांच रिपोर्ट पीएमओ कार्यालय को देंगे। इसके बाद पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर के लिए सुरक्षित हेलीपैड का चयन कर चंपावत जिला प्रशासन को सूचना दी जाएगी। वहीं पीएम मोदी के संभावित लोहाघाट दौरे को लेकर क्षेत्रीय जनता में काफी उत्साह है। लोगों का कहना है अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोहाघाट आते हैं तो लोहाघाट की धरती में पहली बार देश के प्रधानमंत्री के कदम पड़ेंगे। जनता को पीएम मोदी के दौरे से काफी उम्मीदें हैं लोगों का कहना है पीएम मोदी लोहाघाट को कुछ ना कुछ सौगात देकर जाएंगे।
लोगों ने कहा सन् 1901 में मायावती में पहले नरेंद्र के कदम पड़े थे तो अब 2023 में दूसरे नरेंद्र के कदम पढ़ने में जा रहे हैं। वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल मेहरा ने कहा अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोहाघाट आते हैं। तो यह ऐतिहासिक होगा क्योंकि लोहाघाट में पहली बार नरेंद्र मोदी के रूप में देश के किसी प्रधानमंत्री के कदम पड़ेंगे। उन्होंने कहा पीएम मोदी के दौरे से लोगों को भी काफी उम्मीदें हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष मेहरा ने कहा अगर प्रधानमंत्री लोहाघाट आते हैं तो अपनी झोली से कुछ न कुछ बड़ी सौगात लोहाघाट क्षेत्र को देकर ही जाएंगे।
उन्होंने कहा पीएम मोदी के लोहाघाट आने से लोहाघाट व अद्वैत आश्रम मायावती की पहचान विश्व व राष्ट्रीय स्तर पर होगी। मेहरा ने बताया पीएम के संभावित दौरे को लेकर उनके स्वागत के लिए भाजपा व प्रशासन के द्वारा जोरदार तैयारी करी जा रही है। पूरे लोहाघाट नगर को सजाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अक्टूबर को घनघोर जंगल के बीच बने लोहाघाट के अद्वैत आश्रम मायावती आ सकते हैं। जिस कक्ष में स्वामी जी रुके थे उस कक्ष में ध्यान कर सकते हैं तथा रात्रि विश्राम कर सकते हैं। मालूम हो सन 1901 में स्वामी विवेकानंद अद्वैत आश्रम मायावती आए थे। उनके द्वारा ही मायावती आश्रम की स्थापना करी गई थी।