India News UP (इंडिया न्यूज़), Premanand Vs Pradeep Mishra: प्रेमानंद महाराज ने कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने अभी तक संतों का सामना नहीं किया है। वह चार लोगों को घेरकर उनसे अपने चरणों की पूजा करवाते हैं, इसीलिए वह खुद को बड़ा भागवत प्रवक्ता समझने लगे हैं। कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा राधा रानी के पति को लेकर दिए गए बयान पर आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें ब्रह्म बोध का ज्ञान नहीं है, इसीलिए वह सर्वशक्तिमान की आलोचना कर रहे हैं।
श्रीजी के भक्त प्रेमानंद महाराज और कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के बीच राधा रानी के विवाह को लेकर विवाद हो गया है। एक कथा के दौरान प्रदीप मिश्रा ने राधारानी के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कुछ ऐसा कह दिया, जिससे प्रेमानंद महाराज नाराज हो गए। उन्होंने राधारानी को नर्क में जाने का श्राप तक दे दिया। जिसके बाद अब प्रदीप मिश्रा ब्रजवासियों से माफी मांग रहे हैं, लेकिन राधारानी को लेकर दिए गए अपने बयान पर कायम हैं।
आपको बता दें कि भगवान कृष्ण और राधारानी को प्रेम का पर्याय माना जाता है, लेकिन कृष्ण के वृंदावन छोड़ने के बाद उनके मिलन और विवाह को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं।
ब्रह्म वैवर्त पुराण के अनुसार भगवान शंकर ने राधारानी के विवाह की कथा सुनाते हुए बताया था कि राधारानी का विवाह रायाण से हुआ था। उन्होंने बताया कि बारह वर्ष बाद राधारानी को यौवन में प्रवेश करते देख उनके माता-पिता ने उनका विवाह रायाण वैश्य के साथ तय कर दिया। सांसारिक दृष्टि से रायाण जी कृष्ण के मामा हैं।
रायाण जी वास्तव में गोलोक में कृष्ण के अवतार हैं। इस तरह राधा की छाया का विवाह भी कृष्ण की छाया से हुआ। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार, सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा ने श्री राधा का विवाह श्री कृष्ण से वृंदावन नामक पवित्र वन में संपन्न कराया था।