India News(इंडिया न्यूज़) उत्तराखंड: “Premchand Agarwal” प्रदेश के वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल के मारपीट मामले में कांग्रेस लगातार हमलावर बनी हुई है। बता दें, विपक्ष का कहना है कि भाजपा ने मंत्री को सीधे सीधे हटा देना चाहिए। इस तरह के जनप्रतिनिधि समाज और राजनीति पार्टी के लिए घातक हैं।
Uttarakhand | State cabinet minister Premchand Agarwal was seen thrashing a person in a video
Two FIRs have been lodged in the matter. Action is being taken in the case. State cabinet minister Premchand Agarwal has also been named in the FIR: SSP, Dehradun pic.twitter.com/x2I5n69dxl
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 3, 2023
प्रदेश के वित्त मंत्री प्रेम चंद्र अग्रवाल के ऋषिकेश घटना को लेकर जहाँ कांग्रेस मुखर है। तो वहीं पूर्व विधासभा अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेस नेता गोविंद सिंह कुंजवाल ने उन पर हमला बोलते हुए कहा कि राजनैतिक पद पर होने के बाद जिस प्रकार सड़क पर खुले आम मंत्री मारपीट कर रहे हैं। इससे साफ दिखाई देता है कि भाजपा में किस प्रकार की दबंगई है। उन्होंने भाजपा को नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा ने मंत्री को सीधे सीधे हटा देना चाहिये। इस तरह के जनप्रतिनिधि समाज और राजनीति पार्टी के लिए घातक हैं।
वहीं, मामले में एसएसपी देहरादून ने कहा कि राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल एक वीडियो में व्यक्ति को पीटते नजर आ रहे हैं। मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले में कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा की राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का नाम भी एफआईआर में है।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल विवादों के कारण लगातार चर्चाओं में रहे हैं। इससे पहले वह विधानसभा में बैकडोर भर्ती के मामले में मीडिया में दिए बयान को लेकर विवादों में आए थे। इसके बाद उन्होंने बयानों में काफी संयम बरता। लेकिन अब फिर नए विवाद में आ गए। वह 2018 में तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए अपने बेटे की उपनल के माध्यम से जल संस्थान में नौकरी को लेकर विवादों में आए।
2019 में ऋषिकेश में ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्री के एक कार्यक्रम के दौरान उनकी और तत्कालीन सरकार में दायित्वधारी भगत राम कोठारी की सड़क पर ही तीखी झड़प का वीडियो वायरल हुआ था। यह विवाद केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंचा था। वर्तमान सरकार में जर्मनी दौरे पर जाने से पहले अग्रवाल ने शहरी विकास विभाग में 74 ट्रांसफर कर दिए, जिस पर सीएम धामी ने रोक लगा दी थी। एम्स में ट्रांजिट कैंप का काम रुकवाने को लेकर भी अग्रवाल विवादों में आए थे।