India News (इंडिया न्यूज़), Ram Mandir: गुरुवार की दोपहर धर्म नगरी अयोध्या के कारसेवकपुरम कार्यशाला परिसर में स्थित राम जन्मभूमि के कार्यालय में राम जन्मभूमि परिसर की स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में एडीजी सुरक्षा के एस प्रताप, पीयूष मोर्डिया एडीजी जोन सहित सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विभागों वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। करीब 2 घंटे से अधिक समय तक चली इस मैराथन बैठक में राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा को और चाक चौबंद करने के साथ ही आगामी जनवरी 2024 में प्रस्तावित भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में परिवर्तन को लेकर विचार विमर्श हुआ।
भगवान राम लाल के परिसर की सुरक्षा आगामी दिनों में प्रदेश सरकार के द्वारा गठित नव सुरक्षा बल विशेष सुरक्षा बल के हाथों होगी। इसके लिए तीन कंपनी विशेष सुरक्षा बल के जवान अयोध्या पहुंच चुके हैं और उन्हें बिहेवियर और स्किल को लेकर के ट्रेनिंग दी जा रही है। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों की मंशा है कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को पुलिसिंग का खौफ न हो और रामलला की सुरक्षा भी चाक चौबंद रहे। अयोध्या को अभेद किले में बदलने को लेकर के इस बैठक में चर्चा हुई और प्राण प्रतिष्ठा दीपोत्सव में सुरक्षा व्यवस्था कैसे सख्त रह सकती है। रामलला की सुरक्षा को और पुख्ता कैसे किया जाता है। आकाश पृथ्वी और जल से कैसे रामलाल की सुरक्षा मजबूत रहे राम मंदिर सुरक्षा के किले में रहे इस पर बैठक में चर्चा हुई है।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए एडीजी सुरक्षा के एस प्रताप ने बताया कि राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा को लेकर स्थाई सुरक्षा समिति की यह बैठक हर 3 महीने पर होती है। जिसमें परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सभी अधिकारी विचार विमर्श करते हैं। आज की बैठक में भी आगामी दिनों में अयोध्या में बढ़ने वाली श्रद्धालुओं की संख्या की दृष्टिगत सुरक्षा व्यवस्था को और चुस्त दुरुस्त किए जाने पर चर्चा हुई है। इसके अतिरिक्त परिसर की सुरक्षा के लिए मंगाई गई एसएसएफ की बटालियन की किन स्थानों पर नियुक्ति की जाएगी। इस पर विचार विमर्श हुआ है। बताते चले कि इस बैठक में सिविल पुलिस सीआरपीएफ पैक सहित गोपनीय विभाग के तमाम वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।
कमिश्नर अयोध्या गौरव दयाल ने बताया कि नियमित अंतराल पर स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की जाती है। एडीजी सुरक्षा एडीजी ज़ोन इंटेलिजेंस के भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई। राम जन्मभूमि परिसर के साथ उसके आसपास के इलाकों को सुरक्षा घेरे में कैसे रखा जाए इस पर मंथन हुआ। त्योहारों के मौके पर सुरक्षा का मजबूत इंतजाम रखा गया है। प्राण प्रतिष्ठा और दीपोत्सव में बेहतर सुरक्षा की व्यवस्था रहेगी इसी के दृष्टिगत काम किया जा रहा है। किसी भी तरीके से सुरक्षा में कोई छूट न हो श्रद्धालुओं को कम से कम दिक्कत हो इस सब के मदीना बात की जा रही है। राज्य सरकार के द्वारा गठित दस्ता एसएसएफ सीआरपीएफ को रिप्लेस करेगा। एसएसएफ की दो कंपनियां आ चुकी हैं और उनकी तैनाती जल्द होगी।
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने कहा कि स्थाई सुरक्षा समिति की बैठक हर तीन माह में होती है। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर पूरी की पूरी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रिव्यू किया गया है। आगामी दिनों में बढ़ती हुई तीर्थ यात्रियों की संख्या नदी के रास्ते सुरक्षा व्यवस्था परिसर के दृष्टि से सुरक्षा व्यवस्था कैसे होनी चाहिए उस पर वृहद चर्चा हुई है। नई सुरक्षा टीम विशेष सुरक्षा बल एस एस एफ़ सुरक्षा राम मंदिर की सुरक्षा के साथ जुड़ रही है।
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