India News (इंडिया न्यूज़), Shamli News: शामली जनपद में दो पक्षों के बीच हुए लाइव संघर्ष ने राजनीतिक तुल पकड़ लिया है। शामली पुलिस प्रशासन के खिलाफ भाजपा के कार्यकर्ता व नेता शामली कोतवाली में धरने पर बैठ गए हैं। भाजपा नेताओं का आरोप है कि शामली पुलिस दबंग पक्ष के लोगो से मिली हुई है। और एक पक्ष पर गलत तरीके से मुकदमा कर दिया है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि उन्होंने भाजपा के एक कार्यकर्ता पर मुकदमा दर्ज किया है। जबकि सत्यता यह है कि उक्त भाजपा कार्यकर्ताओं के घर पर दूसरे पक्ष के लोगों ने चढ़कर मारपीट की और जमकर पत्थरबाजी की। संघर्ष के दौरान पीड़ित के एक बेटे की दोनों टांगे दबंगों ने तोड़ दी हैं लेकिन कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से 307 का मुकदमा दर्ज कर दिया है। जबकि आरोपियों के किसी भी प्रकार की चोट नहीं है। पुलिस ने षड्यंत्र के तहत आरोपियों से मिलकर गलत नामजदगी करते हुए मुकदमा लिख दिया है।
इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उसने भाजपा कार्यकर्ता के बेटे को उठाकर थाने में रात भर पिटाई की है। इसके विरोध में कार्यकर्ता व पीड़ित पक्ष के परिजन धरने पर बैठ गए हैं। कार्यकर्ताओं की मांग है कि पुलिस द्वारा गलत नामजदगी वापस की जाए और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए।
दरअसल यह संघर्ष सदर कोतवाली क्षेत्र के मौहल्ला हाजीपुर में हुआ था। जहां पर ₹20 के विवाद को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे। और दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी डंडे चले। इतना ही नहीं दोनों पक्षों में जमकर पथराव भी हुआ था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में आप साफतौर पर देख सकते हैं कि किस तरह से दोनों और से पत्थरबाजी हो रही है। और एक युवक पर लाठी डंडों से मारपीट की जा रही है। वीडियो में पिट रहा युवक भाजपा कार्यकर्ता का बेटा है। भाजपा नेताओं ने पीड़ित पक्ष का साथ देते हुए थाने में जमकर हंगामा काटा और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए धरने पर बैठ गए।
इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता हरबीर मलिक, विवेक प्रेमी, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बादल व घनश्याम पर्चा सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे। जहां पर उन्होंने थाने में दरोगा पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। हंगामा बढ़ते देख सीओ कैराना व 1 प्लाटून पीएससी व कई थानों की फ़ोर्स को मौके पर भेजा गया है।कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस दबंग पक्ष के लोगों से मिली हुई है। और उन्हीं के कहने पर गलत नामजदगी में मुकदमा पंजीकृत किया है। तत्काल रूप से मुकदमा वापस किया जाए और आरोपियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाए ।