India News(इंडिया न्यूज़), The Kerala Story: सांस्कृतिक परिभाषा की पहचान बने भारत देश में धार्मिक संस्कृति के प्रति जागरूक और सामाजिक कुरीतियों से बचाव के लिए भी बॉलीवुड की फिल्मों का साधन एक बेहतर और महत्वपूर्ण विकल्प के रूप में अपनी भूमिका निभा चुका है। मौजूदा दौर में द कश्मीर फाइल्स के बाद द केरला स्टोरी नामक विवादित और चर्चित फिल्म इन दिनों ख़ासी चर्चा का विषय बनी हुई है। जिसका कईं राज्यों में विरोध और समर्थन भी पुरजोर तरीके से किया जा रहा है।
मगर इन दिनों द केरला स्टोरी नामक बॉलीवुड फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर नुकसान कम बल्कि फायदा ज्यादा नजर आ रहा है। जिसका कारण चर्चा में रफ्तार के साथ आगे बढ़ रही है। इस फिल्म को देखने की उत्सुकता बन चुकी है। बताते चलें कि लक्सर नगर की महिलाओं द्वारा एकत्र होकर सैकड़ों की संख्या में रविवार को द केरला स्टोरी नामक मूवी को देखने की योजना तैयार की गई है। इस योजना का संचालन कर रही लक्सर नगर निवासी सविता पवार के मुताबिक रविवार को 11 बजे बस के जरिए हरिद्वार स्थित बॉक्स ऑफिस तक आवाजाही का खर्च उनके द्वारा व्यक्तिगत अथवा अपने स्तर पर उठाया जा रहा है।
इतना ही नहीं बल्कि सैकड़ों की संख्या में बहू बेटियों और अन्य महिलाओं को एकत्रित करने के लिए जनसंपर्क अभियान भी किया जा रहा है। सविता पँवार के मुताबिक दरअसल भविष्य में बहू बेटियों को धार्मिक संस्कृति के विरुद्ध योजनाबद्ध तरीके से होने वाले सर यंत्रों से बचाव के लिए द केरला स्टोरी नामक बॉलीवुड फिल्म को एक बेहतर विकल्प और साधन मानकर इस योजना को तैयार किया गया है।