India News UP (इंडिया न्यूज), UP News: भारत में यातायात बहुत ज्यादा असुरक्षित है। हर साल सड़क दुर्घटना से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। दुर्घटना की चपेट में सबसे अधिक बाइक सवार आते हैं। अब तक बाइक चालकों के लिए केवल हेलमेट ही एक सुरक्षा की ढाल थी, लेकिन अब इनकी सेफ्टी के लिए नयी तकनीक आई है। झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की तकनीकी टीम एक ऐसी टेक्नोलॉजी के विकास में लगी है जो कार की तरह बाइक सवार को भी दुर्घटना होने पर सुरक्षा प्रदान करेगी। यूनिवर्सिटी ने दोपहिया वाहनों के लिए एयरबैग सिस्टम की टेक्नोलॉजी का पेटेंट कराया है।
जानें कैसे करेगा काम ?
सेंसर से लैश एयर बैग के इस सिस्टम को बाइक के सीट के नीचे लगाया जाएगा। किसी भी दुर्घटना में टक्कर होते ही प्रोसेसिंग यूनिट द्वारा एक अलर्ट सिगनल जनरेट होगा। अगर टक्कर की क्षमता तय सीमा से अधिक होगी, तो एयर बैग की यूनिट को सन्देश जायेगा और वह एक्टिव हो जायेगा। एक्टिव होते ही एयर बैग खुल जायेगा जो चालक को चारो तरफ से ढक लेगा। यह सिस्टम चालक को सिर तक अच्छी तरह कवर कर लेगा और चोट लगने से बचाएगा।
टेक्नोलॉजी को कौन कर रहा है विकसित
बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की इकाई टेक्नोलॉजी इनेबलिंग सेंटर बाइक के लिए एयर बैग बनाने में जुटी हुई है। जिसको भारत सरकार द्वारा पेटेंट भी दे दिया गया है। बाइक एयर बैग के इस तकनीक पर इनोवेशन सेंटर के डॉ. लवकुश द्विवेदी, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. अवधेश प्रताप सिंह, मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक के चार अन्य छात्रों की टीम काम कर रही है।
इस तकनीक के विकास के साथ ही बाइक सवारों को सुरक्षा में क्रांति आने के कयास लगाए जा रहे हैं। अब तक बाइक चालकों की सुरक्षा सिर्फ हेलमेट तक सीमित थी लेकिन इस तकनीक के विकास के बाद अब बाइक चालक और सुरक्षित हो जायेंगे।