India News UP (इंडिया न्यूज़),UP News: मेरठ में वन विभाग ने प्रतिबंधित लाल मुनिया चिड़िया की प्रजाति की तस्करी करने वालों दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों तस्करों के खिलाफ वन जीव संरक्षण अधिनियम एक्शन लिया गया है।
मेरठ में प्रतिबंधित चिड़िया लाल मुनिया बेची जा रही थी, जिसकी सूचना के बाद वन विभाग ने छापा मार कर्रवाई की और दो लोगों को हिरासत में लिया है। आरोपी से पूछताछ के दौरान वन विभाग को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। वन विभाग अब उन लोगों पर भी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है जो इस प्रतिबंधित चिड़िया को पाल रहे थे। हिरासत में लिए गए व्यक्तियों ने वन विभाग को उस स्थान के बारे में जानकारी दी है जहां से वे लाल मुनिया खरीदते थे।
वन विभाग को सूचना मिली थी कि लालकुर्ती इलाके में राजन और राजा खान गुप्त रूप से प्रतिबंधित लाल मुनिया चिड़िया बेच रहे थे। इसके बाद, लालकुर्ती पुलिस स्टेशन के साथ वन विभाग की टीम ने एक छापा मारा, जिससे हलचल मच गई। वन विभाग टीम ने मौके पर 27 लाल मुनिया चिड़िया बरामद किए। दो चोरों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें 50-50 हजार का जुर्माना भी दिया गया है। वन विभाग उन स्थानों पर कार्रवाई करेगा जहां से लाल मुनिया चिड़िया खरीदी गई थी।
लाल मुनिया पालना और रखना वर्जित है. ये चिड़िया अपने आकार में छोटी होती है, लेकिन उसकी सुंदरता को देखकर लोग प्रभाित होते हैं. इसकी आवाज बहुत प्रिय होती है. मेरठ के मैदानी इलाकों में भी लाल मुनिया देखी जा सकती है. इसे अधिकांश ग्रासलैंड इलाकों में पाया जाता है. छोटी और सुंदर होने के कारण, लोग इसे पालते हैं, लेकिन शायद उन्हें नहीं पता कि इसे पालना विवादित है क्योंकि इसे पालना निषिद्ध है जैसे कि ये पक्षियों की प्रजाति में आती है.
जिला वन विभाग के अधिकारी (DFO) राजेश कुमार ने बताया कि जो लोग इस प्रतिबंधित चिड़िया को पाल रहे हैं, उन पर भी एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने इसके लिए नंबर 01212641762 भी जारी किया है और लोगों से इस नंबर पर सूचना देने और सहयोग की अपील की है।