UP News: (Another case filed against SP leader Jugendra Singh Yadav) प्रशासन द्वारा पूर्व विधायक और उनके परिजन की करोड़ों रुपये की भूमि कुर्क की जा चुकी है। इसके बाद 26 दिसंबर 2022 को धारा 82 सीआरपीसी की कार्रवाई की गई। 30 दिन के अंदर उन्हें अदालत में हाजिर होना था, लेकिन कोई भी अदालत पहुंचा नहीं।
एटा के सपा नेता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जुगेंद्र सिंह यादव व 5 परिजन अब अदालत की अवमानना में फंस गए हैं। बता दें कि धारा 82 की कार्रवाई के बाद भी हाजिर न होने पर उनके विरुद्ध कोतवाली अलीगंज में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। पूर्व विधायक विभिन्न मामलों में एटा जिला कारागार में निरुद्ध चल रहे हैं। वहीं प्रशासन द्वारा पूर्व विधायक और उनके परिजन की करोड़ों रुपये की भूमि कुर्क की जा चुकी है। जबकि उनके भाई जुगेंद्र सिंह सहित अन्य परिजन की विभिन्न थानों की पुलिस को अलग-अलग मामलों में तलाश है।
दरअसल, 2021 में दर्ज एक मामले में जुगेंद्र सिंह यादव, भाई रामनाथ यादव, पुत्र पुष्पेंद्र यादव के अलावा विक्रांत यादव, प्रमोद यादव को नामजद किया गया था। इन पर डकैती और हत्या का प्रयास करने का आरोप लगाया गया हैं। इस मामले की विवेचना के दौरान पुलिस ने अदालत से गैर जमानती वारंट प्राप्त किया जिसे उनके अमृतपुर रघूपुर स्थित पैतृक आवास पर चस्पा कराया। इसके बाद 26 दिसंबर 2022 को धारा 82 सीआरपीसी की कार्रवाई की गई। इसमें 30 दिन के अंदर उन्हें अदालत में हाजिर होना था, लेकिन कोई भी अदालत नहीं पहुंचा। अपराध निरीक्षक प्रदीप कुमार ने पांचों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है। बताया कि अभियुक्त गिरफ्तारी से बच रहे हैं और न्यायालय के आदेश की अवहेलना की है। कोतवाली प्रभारी प्रेमपाल सिंह ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
कासगंज जिले की एक महिला ने 14 फरवरी को कोतवाली नगर में रामेश्वर सिंह यादव, जुगेंद्र सिंह यादव व परिजन पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें पूर्व विधायक पर 2012 में नौकरी दिलाने के नाम पर शारीरिक शोषण करने और अन्य परिजन द्वारा गालीगलौज ,छेड़छाड़ और मारपीट के आरोप लगाए गए थे।