India News (इंडिया न्यूज़),UP News: लखीमपुर खीरी मासूमो की कब्रगाह बनते जा रहे जनपद खीरी के प्राइवेट हॉस्पिटल, बूचड़खानों में तब्दील हो चुके हैं। जहां हर रोज इंसानों की मौत पर चीख की पुकार मचती हैं। दअरसल एक मामला पलिया तहसील से सामने आया है। जहां एक महिला का पति अपनी पत्नी शिल्पी प्राइवेट हॉस्पिटल पहुचा। जहा अपनी पत्नी सविता की डिलिवरी करानी थी। वहीं पति का कहना हैं कि शाम 6 बजे उसने हॉस्पिटल में डॉ शिल्पी को दिखाया तो डॉ ने नार्मल डिलिवरी बताई। जिसके एवज में पति ने पांच हजार रुपये डिलिवरी चार्ज जमा कर पत्नी को भर्ती करा दिया। रात लगभग 11 बजे सकुशल पत्नी ने बच्चे को जन्म दिया।
बच्चा डिलिवरी के बाद एकदम स्वस्थ था पति-पत्नी भी औलाल सुख से बेहद खुश थे। लेकिन, उसके कुछ ही देर बाद बच्चे की मौत की खबर आई तो पति,पत्नी दोनों बदहवास हो गए। उनके पैरों तले मानो जमीन ही खिसक गई हो। जब परिजनों ने हॉस्पिटल स्टाप से अपना बच्चा मांगा तो स्टाप ने कहा अभी बच्चे को मशीन में रखा जाएगा। उसका शुल्क 1500 और देना होगा। पति ने शुल्क भी भर दिया फिर भी बच्चे की जान ना बच सकी।
पति ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया। जब बच्चा स्वस्थ पैदा हुआ तो आखिर उसकी मौत कैसे हुई उसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल के अंदर हंगामा खड़ाकर दिया इसकी सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुच गई,,परिवार वालो ने पुलिस को बताया कि डॉक्टर की लापरवाही ने बच्चे को मार डाला परिवार ने बच्चे की मौत के बाद पुलिस को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई हैं,, वही बड़ा सवाल यह खड़ा होता हैं कि सैकड़ो की तादात में खुले इन अस्पतालों की जिम्मेदारी है आखिर किसकी आयेदिन निजी अस्पतालों में होने वाली मौतों का आखिर जिम्मेदार कौन यह एक अपने आप मे बड़ा सवाल खड़ा करता हैं।