UP NEWS: 11 जनवरी दिन बुधवार को जमीन पर कब्जे को लेकर बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र में बदायूं से सटी रामगंगा कटरी के गांव गोविंदपुर में दो गुटों में ताबड़तोड़ गोलियां चली। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए।
आईजी और एसएसपी समेत अन्य पुलिस अफसर कई थानों के फोर्स के साथ कटरी और आसपास के इलाकों में जांच किया और आधा दर्जन से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ में जुट गयी।
दरअसल, हिस्ट्रीशीटर सुरेश तोमर प्रधान और सरदार परमवीर सिंह में चल रही पुरानी रंजिश में बुधवार शाम साढ़े पांच बजे दोनों गुटों में खूनी संघर्ष हो गया।
रामगंगा पार गोविंदपुर गांव में करीब एक हजार बीघा जमीं का विवाद है। इन जमीनों में से पांच सौ बीघा जमीन को परमवीर पक्ष अपना बताता है। लेकिन दो सौ बीघा जमीन पर जोत को लेकर दोनों गुटों में विवाद ही।
गन्ने की फसल काटते समय हुआ विवाद
घट्न से पहले परमवीर गुट के लोग गन्ने की फसल काट कर रहे थे। तभी सुरेश पाल सिंह तोमर उर्फ सुरेश प्रधान रामगंगा में स्टीमर से करीब 25 हथियारबंद लोगों को लेकर खेत में आ गया।
उसके बाद दोनों पक्षों में तकरार होने लगी फिर खेतों में ही फायरिंग शुरू हो गई। इस फायरिंग में परमवीर पक्ष के परमेंद्र और देवेंद्र की गोलियां लगने से मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सुरेश गुट का गुल मोहम्मद उर्फ गोलू भी इस फायरिंग में मारा गया। गुल मोहम्मद बदायूं के उझानी का रहने वाला था।
परमवीर गुट के सुरेंद्र इस विवाद में घायल हो गए है जबकि फरार सुरेश प्रधान के भी घायल होने की खबर है। देर शाम एडीजी पीसी मीना, आईजी डॉ राकेश सिंह और एसएसपी अखिलेश चौरसिया समेत एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल घटना अस्थल पर पहुंचे।
अधिकारियों ने फोर्स के साथ आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। आपको बता दे, आंवला सर्किल के थानों के फोर्स के साथ बदायूं जिले के दातागंज सर्किल की पुलिस को भी बुलाया गया। साथ ही बदायूं के उझानी स्थित सुरेश प्रधान के घर पर भी पुलिस भेजी गई।
रात में तीनों शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिए गया था। आज सुबह लाश को पोस्टमार्डम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस के हाथ अभी तक कोई अपराधी नहीं लगा है। पुलिस टीम छानबीन में लगी है।