India News (इंडिया न्यूज), UP News: प्रदेश में लोगों इस साल राहत मिलने वाली है। दरअसल इस साल उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने फैसला लिया है कि प्रदेश में बिलजी के दरों में इजाफा नहीं किया जाएगा। ऐसे में लाखों उपभोक्ताओं को राहत मिलने जा रही है। दरअसल यूपीपीसीएल ने बिजली की दरों में वृद्धि के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्ताव में 20 से 23 प्रतिशत तक बिजली के दरों में इजाफा की बात कही गई थी। अब इस फैसले से लोगों ने राहत की सांस ली है। ऐसे में मौजूदा बिजली की दरें ही यथावत रहेंगी।
जानकारी दें कि उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने इस पूरे मामले पर कहा है कि इस साल बिजली के दरों में बढ़ोत्तरी नहीं की जाएगी। ऐसे में पुरानी दरें यथावत रहेंगी। आयोग यह सुनिश्चित करेगा कि बिलिंग, कलेक्शन और प्रदर्शन से जुड़ीं अन्य खामियों को समय रहते दूर किया जाए ताकि अच्छे ग्राहकों को इन गड़बड़ियों के कारण ज्यादा भुगतान करने की जरूरत न पड़े।
आयोग की ओर से स्मार्ट मीटर के लिए कोई पैसा इन डिस्कॉम को देने की बात नहीं कही गई है। लिहाजा स्मार्ट मीटर से जुड़ी जिम्मेदारियों का वहन उन्हें खुद करना होगा। वहीं संबंधित एक अधिकारी ने बताया कि “नियामक आयोग ने ये फैसला लिया कि बिजली कर्मी भी अब सामान्य उपभोगता में आएंगे।बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नही हुई।ग्रेटर नोएडा के उपभोक्ताओं को राहत है”
जानकारी हो कि आयोग ने वार्षिक समीक्षा की। जिसमे निकल कर सामने आया कि बिजली दरों को लेकर आपत्तियों, सुझाव और टिप्पणियों को संज्ञान में लिया गया। वहीं सलाहकारी समिति के सुझावों को पढ़ा गया था। मिली जानकारी के अनुसार पांच विद्युत वितरण निगमों में 11.75 बिलियन यूनिट इस दौरान खरीदी गई, जिसका मूल्य 64,930 करोड़ रुपये के करीब था।
जबकि अनुमान 123.41 अरब यूनिट के मूल्य 73,412 करोड़ रुपये के पास था। बिजली निगमों ने 19.80 फीसदी के पॉवर लॉस की बात कही है, लेकिन यह 11.08 फीसदी ही मान्य है। डिस्कॉम को पहले ही 2928 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जा चुकी है। सभी बातों को ध्यान में रखा जाए तो उनके अकाउंट में अभी भी 6507 करोड़ रुपये अतिरिक्त हैं।
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