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Uttarakhand News: नमामि गंगे मिशन के तहत पहाड़ों में चलाया गया सफाई जागरुकता अभियान, पैरामिलिट्री फोर्स भी हुए शामिल

• LAST UPDATED : February 15, 2023

Uttarakhand News: (Cleanliness awareness campaign launched under Namami Gange Mission) नमामि गंगे मिशन को लेकर देश भर सहित पहाड़ के लोगों को जागरुक किया गया। रेंजर दीप जोशी ने बताया कि नमामि गंगे मिशन के तहत नगर क्षेत्र के लोगों को पेयजल के अलावा किसानों के खेतों को पानी मिलता है इसे साफ और स्वच्छ रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।

खबर मे खास:-

  • नमामि गंगे मिशन को लेकर पहाड़ के लोगों को किया जागरुक

  • लोहावती नदी में सफाई अभियान चलाकर कई गाड़ी कूड़े का निस्तारण किया

  • प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘गंगा की सफाई एक आर्थिक एजेंडा

सफाई अभियान चलाकर कूड़े का निस्तारण किया

गंगा नदी को साफ सुथरा रखने के लिए भले ही देश भर में एक साथ कई अभियान चलाए जा रहे है। लेकिन पहाड़ के लोगों को जीवन प्रदान करने वाली नदियों की सुध न तो राज्य सरकार और न ही स्थानीय प्रशासन को है।
नमामि गंगे मिशन के तहत लोहाघाट में वन विभाग के दिशा निर्देश पर एस एस बी, आई टी बी पी व कॉलेज के छात्र छात्राओं ने अपना सहयोग दिया।वन विभाग लोहाघाट के रेंजर दीप जोशी के नेतृत्व में लोहाघाट की लाइफ लाइन माने जाने वाली लोहावती नदी में सफाई अभियान चलाकर कई गाड़ी कूड़े का निस्तारण किया गया। रेंजर दीप जोशी ने बताया कि नमामि गंगे मिशन के तहत यह सफाई अभियान चलाया जा रहा है।

विभाग हर महीने सफाई अभियान का आयोजन करेगा

रेंजर दीप जोशी ने बताया कि वन विभाग हर महीने सफाई अभियान का आयोजन करेगा। लोहावती नदी लोगों के पेयजल के अलावा किसानों के खेतों को पानी भी मिलता है। इसे साफ और स्वच्छ रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। जिसके बाद उन्होंने क्षेत्र के सभी लोगों से लोहावती नदी में कूड़ा न फेंकने तथा इसे सांफ स्वच्छ रखने की अपील की है।

‘गंगा की सफाई एक आर्थिक एजेंडा भी

दरअसल गंगा नदी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्त्व होने के साथ-साथ देश की लगभग 40% जनसंख्या गंगा नदी पर आर्थिक रूप से निर्भर है। वर्ष 2014 में न्यूयॉर्क में मैडिसन स्क्वायर गार्डन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए भारत के प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘गंगा की सफाई एक आर्थिक एजेंडा भी है’। सरकार ने गंगा नदी के प्रदूषण निवारण और नदी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से जून, 2014 में ‘नमामि गंगे’ नामक एक एकीकृत गंगा संरक्षण मिशन का शुभारंभ किया।

गंदगी के चलते इस नदी में सफाई का अभाव

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने नदी की सफाई के लिये बजट को चार गुना करते हुए वर्ष 2019-2020 तक नदी की सफाई पर 20,000 करोड़ रुपए खर्च करने की केंद्र की प्रस्तावित कार्य योजना को मंज़ूरी दे दी। लेकिन शहर के बड़े हिस्से को पेयजल आपूर्ति करने वाली लोहावती नदी के हाल ठीक नहीं है। दूरदराज से बहकर आने वाले कचरे और गंदगी के चलते इस नदी में सफाई का अभाव है।

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