India News UP (इंडिया न्यूज़), Uttarakhand: उत्तरकाशी-टिहरी जनपद की सीमा पर लगभग 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित सहस्त्रताल ट्रैक पर 22 ढलानों में से नौ ट्रैकर्स की मौत हो गई है। दस ट्रैकर्स को सुरक्षित वापस लाया गया है।
2022 में नीम के द्रौपदी का डांडा हिमस्खलन हादसे के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी दुर्घटना है। चार पॉप 2022 को निम के इतिहास में एक दिन ऐसा था , जिसने निम प्रबंधन के लिए अनूठी साबित हुई।
अब उत्तरकाशी-टिहरी जिले की सीमा पर करीब 14500 फीट की ऊंचाई पर स्थित सहस्त्रताल ट्रैक से एक और हादसे की खबर आई। कल यानी मंगलवार को ठंड के कारण चार ट्रेकर्स की मौत हो गई थी। आज पांच और ट्रेकर्स की मौत हो गई। दस ट्रेकर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया है। खराब मौसम के कारण ट्रेकर्स रास्ता भटक गए थे। जिले की ट्रैकिंग एजेंसियों के माध्यम से जिला आपदा प्रबंधन को इसकी जानकारी मिली।
जिसके चलते विभाग ने रेस्क्यू के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। 29 मई को 22 सदस्यीय दल मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्यां बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। दो जून को यह दल सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप पहुंचा था। तीन जून को वे सहस्त्रताल के लिए निकले। वहां अचानक खराब मौसम, घने कोहरे और बर्फबारी के बीच ट्रेकर्स फंस गए बताया गया कि ठंड के कारण चार ट्रेकर्स की मौत हो गई है, जबकि सात अस्वस्थ हैं और 11 वहां फंसे हुए हैं।