Uttarakhand Tunnel Rescue: नहीं कम हो रही रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधाएं, उत्तरकाशी में स्नोफॉल का येलो अलर्ट जारी

India News (इंडिया न्यूज), Uttarakhand Tunnel Rescue: कई दिनों से उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों का बचाव कार्य जारी है। आज इस अभियान का 15वां दिन है। गुरुवार को उत्तरकाशी सुरंग बचाव कार्य में आई बाधा को शुक्रवार दोपहर को हटा दिया गया, लेकिन शाम को फिर से शुरू हुई ड्रिलिंग एक घंटे बाद बंद हो गई। हालांकि अब पता चला है कि मजदूरों को बचाने में लगी ड्रिलिंग मशीन खत्म हो गई है। इस बीच एक और बड़ी समस्या आने को तैयार बैठी है। ये मुसिबत आसमान से आने वाली है। दरअसल उत्तराखंड में अगले तीन दिनों में मौसम करवट बदल सकता है। कल यानि सोमवार के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर दिया है। जिसके कारण बर्फबारी होने के आसार हैं। जो कि सिलक्यारा की सुरंग में चल रहे राहत कार्यों पर भी  असर डाल सकता है।वेदर अपडेट पर नजर डालें तो उत्तर भारत के पहाड़ों में मौसम बदल रहा है।

उत्तराखंड में बर्फबारी

अनुमान है कि उत्तराखंड में 27 नवंबर यानि सोमवार से उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी हो सकती है। वहीं निचले क्षेत्रों में वर्षा व ओलावृष्टि की संभावना हैं। मौसम विज्ञान क अनुसार रविवार को ताजा पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय रहने वाला है। जिसके कारण पर्वतीय क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे। कल यानि सोमवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ समेत 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी होगी। साथ ही कहीं-कहीं हल्की वर्षा व ओलावृष्टि भी हो सकती है।

वहीं मजदूरों को बचाने के लिए अलग विकल्पों का सहारा लिया जाएगा। ड्रिलिंग मशीन को लेकर  को माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने बतााय कि ऑगरिंग बंद हो गई है। उन्होंने कहा कि ये स्तिथि  ऑगर (मशीन) के लिए बहुत ज्यादा है, यह और कुछ नहीं करने वाला है।

क्रिसमस तक घर आ रहे है लोग- अर्नोल्ड डिक्स

इक्रो टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स  ने आगे कहा, “हम कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं, लेकिन प्रत्येक विकल्प के साथ हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि हम यह कैसे सुनिश्चित करें कि 41 आदमी आएं घर सुरक्षित है और हम किसी को चोट नहीं पहुँचाते हैं। पहाड़ ने फिर से बरमा का विरोध किया है, इसलिए हम अपने दृष्टिकोण पर पुनर्विचार कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि 41 लोग क्रिसमस तक घर आ रहे हैं।”

उन्होंने बताया कि किसी को चोट नहीं आई है, सभी लोग ठीक हैं। उन्होंने बताया कि अब ड्रिलिंग से कोई काम नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अब ड्रिलिंग नहीं की जाएगी। ड्रिलिंग (मशीन) ख़त्म हो गई हैं और टूट गया हैं।

एक के बाद एक और बाधाएं

वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बात को लेकर अनिश्चितता स्वीकार की कि ड्रिलिंग में आगे कितनी बाधाएं आ सकती हैं और वे 12 नवंबर से भूस्खलन के कारण मलबे के कारण निर्माणाधीन पहाड़ी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को कब बचा पाएंगे। किसी ने भी यह नहीं बताया कि क्या है नवीनतम बाधा थी – असफलताओं की श्रृंखला में बुधवार रात से तीसरी बार सामना करना पड़ा, जिससे बचाव प्रयास 46.8 मीटर की ऊंचाई पर मलबे की बाधा में फंस गया है, जो मजदूरों तक पहुंचने से अभी भी 10.2 मीटर कम है।

इस कारण से आईं बाधाएं

इससे पहले, गुरुवार को ड्रिलिंग में जो अनिर्दिष्ट “बाधा” आई थी, वह स्टील पाइप थी। जब बचावकर्मियों ने बाधा को काटने के लिए अधिक बल के साथ बरमा ड्रिल को संचालित करने की कोशिश की, तो मशीन के ब्लेड क्षतिग्रस्त हो गए और तीव्र कंपन के कारण इसका कंक्रीट बेस ढह गया। दो वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि आखिरकार, नई दिल्ली स्थित फर्म, ट्रेंचलेस इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड के तकनीशियनों ने मलबे के ढेर में खोदे गए 32 इंच चौड़े ह्यूम पाइप को रेंगकर निकाला और स्टील को गैस कटर से मैन्युअल रूप से काटा।

बता दें कि ट्रेंचलेस स्टाफ ने बुधवार रात को स्टील गार्डर को काटने के लिए उसी तकनीक का इस्तेमाल किया था, जिससे ड्रिलिंग छह घंटे तक रुकी रही थी। शुक्रवार को, यूएस-मुख्यालय प्रौद्योगिकी फर्म पार्सन्स कॉर्पोरेशन के विशेषज्ञ जमीन-भेदक रडार की मदद से ध्वस्त सुरंग के मलबे में ड्रिलिंग में आने वाली किसी भी अन्य बाधा की भविष्यवाणी करने की कोशिश करने के लिए पहुंचे।

उत्तराखंड सरकार के सचिव नीरज खैरवाल ने बताया कि अगले 5.4 मीटर (मलबे की 10.2 मीटर मोटी बाधा को अभी भी ड्रिल किया जाना बाकी है) में कोई धातु बाधा नहीं है, जो सभी के साथ समन्वय करने वाले नोडल अधिकारी हैं। उन्होंने आगाह किया कि पार्सन्स का अध्ययन “एक अस्थायी अध्ययन था और हम इसकी सटीकता के बारे में नहीं जानते क्योंकि जिस स्थान पर उन्होंने अध्ययन किया वह बहुत संकीर्ण है”।

ALSO READ:

IND vs AUS Final: रोहित को आई माही की याद, आंखों में नमी-ज़ुबाँ पर धोनी 

Uttarkashi Tunnel Accident: टनल में फँसे सभी मजदूरों को PM मोदी का खास मैसेज

Ritesh Mishra

रितेश मिश्रा ने अपने पत्रकारिता जीवन की शुरुआत यूट्यूब चैनल द आरके न्यूज़(The Rk News) से बतौर रिपोर्टर की थी। फिलहाल, रितेश इंडिया न्यूज़ में बतौर कंटेंट राइटर पिछले 18 महीने से जुड़े हुए हैं।

Recent Posts

CM Yogi: शिक्षा की तरफ बड़ा कदम, यूनिफॉर्म के लिए सरकार की तरफ से मिलेंगे 1200

India News UP (इंडिया न्यूज़), CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा…

3 months ago

UP News: 12 किलोमीटर चलने के बाद ऑटो की सवारियों को दिखा अजगर! मची भगदड़

India News UP (इंडिया न्यूज़), UP News: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले में एक चौंकाने…

3 months ago

Allahabad High Court: HC ने खारिज की याचिका, फैसला कांग्रेस के सांसदों के पक्ष में

India News UP (इंडिया न्यूज़), Allahabad High Court: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कांग्रेस पार्टी के 99…

3 months ago

Bahraich News: भेड़ियों का आतंक! मासूम बच्चों की ले ली जान

India News UP (इंडिया न्यूज़), Bahraich News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भेड़ियों का…

3 months ago

Doctors Strike: 8 दिन बाद भी न्याय की मांग गूंज रही, BHU में डॉक्टरों की हड़ताल

India News UP (इंडिया न्यूज़), Doctors Strike: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित बनारस हिंदू…

3 months ago