India News (इंडिया न्यूज़), उत्तराखंड “Uttarakhand Weather”: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों लगातार मौसम करवट बदल रहा है। जहां एक ओर टिहरी समेत उत्तरकाशी में झमाझम बारिश हुई तो वहीं मैदानी इलाकों में तेज धूप के कारण गर्मी ने बेहाल कर दिया।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिले के कुछ स्थानों पर देर शाम को तेज गर्जन व बिजली चमकने के साथ बारिश के आसार हैं। तो वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, छह जून के बाद से ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। जबकि प्रदेश के अन्य जिलों के तापमान में इजाफा होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि इस बार प्रदेश में मानसून की दस्तक देर से होगी। जिसके चलते 15 जून तक प्रदेशभर में तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। उत्तराखंड में मानसून चार-पांच दिन देरी से आएगा।
इस साल भले ही कई बार मौसम बदलने से दूनवासियों को गर्मी से राहत मिली हो। लेकिन, दून में गर्मी का पारा चढ़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने तीन जून से 20 जून तक तापमान में बढ़ोतरी होने का पूर्वानुमान लगाया है। इसके साथ ही साल मार्च, अप्रैल और मई में कई बार मौसम ने करवट भी बदली है। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में हुई बारिश के चलते तापमान में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई।
वहीं इस बार चारधाम यात्रा में मौसम सबसे बड़ी चुनौती बनके सामने आया है। बावजूद इसके श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। केदारनाथ धाम में ठहरने की सीमित संख्या है, लेकिन इससे कई गुणा अधिक तीर्थयात्री यहां पहुंच रहे हैं। इसी कारण नए पंजीकरण पर रोक लगाई गई है। इससे पहले तीन जून तक ऑफलाइन और ऑनलाइन, दोनों तरह के पंजीकरण पर रोक लगाई गई थी। लेकिन एक बार फिर खराब मौसम के चलते केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए ऑनलाइन नए पंजीकरण पर 15 जून तक रोक बढ़ा दी है।
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या 41 लाख से ज्यादा पहुंच गई है। इनमें 13.38 लाख यात्रियों ने केदारनाथ धाम के लिए पंजीकरण कराया है। मई में लगातार मौसम खराब होने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए पंजीकरण पर रोक लगाई थी। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 10 जून तक केदारनाथ धाम के लिए प्रतिदिन 20 हजार से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया है।