इंडिया न्यूज: (Crores of rupees also fell short) उत्तरकाशी में मां गंगा के मायके के प्रवेश द्वार पर ही कूड़े का पहाड़ खड़ा कर दिया गया है। जिसके कारण यहां के स्थानीय निवासियों का जीना मुश्किल हो रहा है। प्रधानमंत्री कई बार गंगा की स्वच्छता की बात कर चुके हैं पर हकीकत कुछ और बयां कर रही है।
जहां एक ओर सरकार मां गंगा को स्वच्छ रखने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। तो वहीं जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही है। हम बात कर रहे हैं मां गंगा के मायके उत्तरकाशी की। जहां के प्रवेश द्वार पर ही कूड़े का पहाड़ खड़ा कर दिया गया है। जिसके कारण यहां के स्थानीय निवासियों का जीना मुश्किल हो रहा है। इसके साथ ही चार धाम यात्रा महज ही कुछ दिनों में शुरु होने वाली है और जनपद के प्रवेशद्वार से ही यात्रियों का स्वागत कूड़े के ढेर से हो रहा है। जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें, स्थानीय विधायक का कहना है कि इस समस्या के समाधान के लिए वह लगातार मुख्यमंत्री एवं शहरी विकास मंत्री के सम्पर्क में है। ताकि जल्दी ही इस समस्या से निजात मिले। वहीं, नगरपालिका उत्तरकाशी के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी का कहना है कि टेन्डर प्रक्रिया चल रही है और कुछ ही दिनों में इस कूड़े का निस्तारण कर दिया जायेगा। वहीं, वैज्ञानिकों का कहना है कि यह कूड़ा गंगा के अस्तित्व के लिए बड़ा खतरा उत्पन्न हो रहा है। जल्दी ही इस पर कार्य नहीं होता है, तो भविष्य के लिए बड़ा खतरा है।
वहीं, स्थानीय निवासी इसे नगरपालिका का कूड़े के नाम पर बड़ा घोटाला बता रहे हैं। अगर देखा जाए तो यहां न तो एनजीटी के मानकों का पालन हो रहा है और ना ही गंगा के नाम पर चन्दा खाने वाले संस्थान आवाज उठा रहे हैं। कहीं इनकी ख़ामोशी मां गंगा के लिए भारी न पड़ जाए। जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार गंगा की स्वच्छता की बात कर चुके हैं पर हकीकत मां गंगा के मायके से आपके सामने है।
Also Read: Ramnagar News: टाइगर प्रोजेक्ट को 50 वर्ष हुए पूरे, कॉर्बेट पार्क में बढ़ा बाघों का कुनबा