इंडिया न्यूज: (One thousand rare pictures in the world famous art gallery) गंगोत्री धाम में स्थित हिमालय के प्रसिद्ध फोटोग्राफर एवं संन्यासी स्वामी सुंदरानंद का हिमालय में आर्ट गैलरी एवं योग-ध्यान केंद्र स्थापित है। स्वामी सुन्दरानंन्द ने अपने कैमरे पर्वत शिखरों धार्मिक स्थलों पहाड़ी पहनाओं सहित तमाम उस पहलू को संभालकर रखा है।
भारत को यूंही विश्व गुरु नहीं कहा जाता है। यहां के साधू सन्तों ने अपनी तपस्या एवं ज्ञान से देश विदेश में ख्याति अर्जित की है। जिसका एक उदाहरण है विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम में स्थित स्वामी सुन्दरानंन्द आर्ट गैलरी। जिसने की देश की सांस्कृतिक विरासत को संभालकर रखने का काम किया है।इस आर्ट गैलरी में स्वामी सुन्दरानंन्द ने अपने कैमरे पर्वत शिखरों धार्मिक स्थलों पहाड़ी पहनाओं सहित तमाम उस पहलू को संभालकर रखा है। जिसको देखकर पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं। देश विदेश से यहां पर्वतारोही आकर अपना ज्ञान बढ़ाते हैं।
बता दें कि गैलरी में हिमालय की एक हजार दुर्लभ तस्वीरें लगाई गई हैं। इसके अलावा करीब एक लाख तस्वीरें डिजिटल फार्मेट में हैं। ट्रैकिंग और पर्वतारोहण के शौकीन बाबा ने सिर्फ गंगोत्री और गोमुख ग्लेशियर की ही 50 हजार से अधिक तस्वीरें उतारी हैं। इसके अलावा’ पर्वत समेत एक दर्जन से ज्यादा चोटियों, ट्रैक रूट, ताल, बुग्याल, वन्य जीव, वनस्पति और पहाड़ की संस्कृति को दर्शाती तस्वीरें भी उन्होंने कैमरे में कैद कीं।