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Uttarkashi Tunnel Collapse Rescue: टनल में फंसे मजदूरों की खत्म होगी मुश्किलों की घड़ी, आज रेस्क्यू ऑपरेशन हो सकता है पूरा

• LAST UPDATED : November 22, 2023

India News (इंडिया न्यूज),Uttarkashi Tunnel Collapse Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित सिल्क्यारा टनल हादसे में फसे मजदूरों की संकट जल्द खत्म हो सकती है। प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार भाष्कर खुल्बे ने बुधवार को कहा कि सिल्क्यारा में जिस रफ़्तार से पाइप डाला जा रहा है, उस हिसाब से ये रेस्क्यू ऑपरेशन आज रात खत्म होने की उम्मीद है। फंसे मशीनें और डम्फ़र के पाइप के रास्ते में आने की उम्मीद बेहद कम है, क्योंकि ये मलबे में पच्चीस मीटर की आसपास फंसे थे, जिसे अब पार कर लिया गया है।

15 घंटे में ऑपरेशन पूरा होने की उम्मीद

उन्होंने कहा कि अब तक 800 एमएम का पाइप 40 मीटर अन्दर तक जा चुका है। सूचना के अनुसार 53 मीटर पाइप जाने की दशा में मजदूर बाहर निकाला जा सकेंगा। मिली जानकारी के मुताबिक, आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि 39 मीटर तक पाइप अंदर जा चुका है। बाकी का पाइप भी तेजी से अंदर जा रहा हैं। जिस तेजी से पाइप अंदर जा रहा हैं ये उम्मीद की जा रही है कि 15 घंटे में ऑपरेशन पूरा किया जा सकता है।

मजदूरों तक पहुंचाए गए मौसमी फल 

अधिकारियों ने बताया कि पहले, सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को छह इंच चौड़े पाइप के माध्यम से संतरे, सेब, मौसमी और केले जैसे फल व इलेक्ट्रॉल जैसी आवश्यक दवाइयां पहुंचाई गईं। शाम को दिल्ली में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम (एनएचआईडीसीएल) ने सिल्क्यारा की ओर से क्षैतिज ड्रिलिंग कार्य फिर से शुरू कर दिया है।

12 नवंबर को  हुआ था हादसा

बचावकर्मियों ने चारधाम रोड पर बनी सुरंग के बारकोट छोर पर भी दो विस्फोटक उपकरण विस्फोट किए और अंदर फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए एक और सुरंग खोदना शुरू कर दिया। 12 नवंबर को उत्तरकाशी जिले में चारधाम यात्रा मार्ग पर निर्माणाधीन 4.5 किलोमीटर लंबी सिल्क याला सुरंग का एक हिस्सा ढह गया, जिससे मलबे के दूसरी तरफ मजदूर फंस गए।

सभी लोग सुरक्षित

अधिकारियों ने कहा कि मलबे में डाली गई 6 इंच की पाइप के माध्यम से एक एंडोस्कोपिक लचीला कैमरा श्रमिकों तक भेजा गया था, और सुबह-सुबह लिए गए वीडियो से पता चला कि वे सुरक्षित थे। यह कैमरा सोमवार देर शाम दिल्ली से सिल्कयारा लाया गया। वीडियो में पीली और सफेद सख्त टोपी पहने श्रमिकों को पाइपलाइन के माध्यम से भेजा गया भोजन प्राप्त करते और एक-दूसरे से बात करते हुए दिखाया गया है।

सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों के नाम

  1. सबाह अहमद, बिहार
  2. सोनु शाह, बिहार
  3. वीरेन्द्र किसकू, बिहार
  4. सुशील कुमार, बिहार
  5. गब्बर सिह नेगी, उत्तराखंड
  6. रविन्द्र, झारखंड
  7. रनजीत, झारखंड
  8. अनिल बेदिया, झारखंड
  9. श्राजेद्र बेदिया, झारखंड
  10. सुकराम, झारखंड
  11. टिकू सरदार, झारखंड
  12. गुनोधर, झारखंड
  13. मनिर तालुकदार, पश्चिम बंगाल
  14. सेविक पखेरा, पश्चिम बंगाल
  15. अखिलेष कुमार, यूपी
  16. जयदेव परमानिक, पश्चिम बंगाल
  17. सपन मंडल, ओडिशा
  18. विश्वजीत कुमार, झारखंड
  19. सुबोध कुमार, झारखंड
  20. भगवान बत्रा, ओडिशा
  21. अंकित, यूपी
  22. राम मिलन, यूपी
  23. सत्यदेव, यूपी
  24. सन्तोष, यूपी
  25. जय प्रकाश, यूपी
  26. राम सुन्दर, उत्तराखंड
  27. मंजीत, यूपी
  28. रनजीत, झारखंड
  29. समीर, झारखंड
  30. विशेषर नायक, ओडिशा
  31. राजू नायक, ओडिशा
  32. महादेव, झारखंड
  33. मुदतू मुर्म, झारखडं
  34. धीरेन, ओडिशा
  35. चमरा उरॉव, झारखंड
  36. विजय होरो, झारखंड
  37. गणपति, झारखंड
  38. संजय, असम
  39. राम प्रसाद, असम
  40. विशाल, हिमाचल प्रदेश
  41. पु्ष्कर, उत्तराखंड

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