India News(इंडिया न्यूज़),Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल के अन्दर फंसे 41 मजदूरों को 15 दिन हो चुके हैं। टनल के अंदर फंसे सभी मजदूरों को यहीं आस है कि अब उन्हें जल्द से जल्द बाहर निकाला जाएगा। हालांकि, रेस्कयू ऑपरेशन में कई दक्कतें आ रही हैं। मजदूरों को निकालने में हो रही देरी को देखते हुए टनल के रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे अधिकारियो ने अंदर फसं सभी मजदूरों के लिए स्मार्ट फोन भेजे हैं। इन भेजें गए फोन के जरीए अंदर फंसे मजदूर लूडो और सांप सीढ़ी खेल कर अपना तनाव कम करेंगे।
26/11/2023 12:40:05
उत्तरकाशी (उत्तराखंड) सुरंग बचाव। एसजेवीएन ने सुरंग के शीर्ष पर लंबवत ड्रिलिंग कार्य शुरू किया। दूसरे विकल्प के तौर पर सुरंग के ऊपर की पहाड़ी से वर्टिकल ड्रिलिंग का काम शुरू किया गया।
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue | SJVN begins vertical drilling work on the top of the tunnel. As a second option, vertical drilling work was started from the hill above the tunnel: SJVN pic.twitter.com/szv5xxxQSn
— ANI (@ANI) November 26, 2023
26/11/2023 11:13:05
#WATCH उत्तरकाशी, उत्तराखंड: सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय सेना मैन्युअल ड्रिलिंग शुरू करेगी। pic.twitter.com/G5qm5CR2zw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2023
26/11/2023 10:57:19
प्रदेश के सीएम पुष्कर सिंह धामी टनकपुर निवासी श्रमिक पुष्कर सिंह ऐरी के परिवार से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे। पुष्कर सिंह ऐरी सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों में से एक हैं।
#WATCH | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami reaches the house of Tanakpur worker Pushkar Singh Airi to meet his family.
Airi is one of the 41 workers trapped in the Silkyara Tunnel. pic.twitter.com/W8lxPMPX2G
— ANI (@ANI) November 26, 2023
टनल में फंसे मजदूरों का ध्यान तनाव से हटाने के लिए ये फैसला लिया गया है, जिससे अंदर फंसे सभी मजदूर गेम खेलें और मुसूबत के समय एक-दूसरे का हौसला बढ़ाएं। स्मार्टफोन की मदद् से उन्हें टनल में समय बिताने में दिक्कत नहीं होगी। टनल में फंसे सभी मजदूरों तक जो फोन भेजे गए है उनमें सांप सीढ़ी, लूडो और दूसरे अन्य खेल पहले से ही डाउनलोड करके भेजे गए है।
मजदूरों के परिजनों ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि अंदर फंसे कुछ लोग बहुत ज्यादा चिंता में हैं। उन्होंने खाना-पीना तक छोड दिया है। काफी दिन होने के बाद भी बाहर ना निकल पाने के कारण अब उन्हें घबराहट हो रही है। इसी लिए रेस्क्यू टीम ने मजदूरों के लिए फोन फेजा है। शायद वे स्मार्ट फोन पहुंचने के बाद अब उनका माइंड डायवर्ट हो और वे अंदर ठीक से रह पाए।
वर्टिकल तरीके से ड्रिल का काम 2 दिन में शुरू हो पाएगा। ऐसे में ये साफ तौर पर कहा जा सकता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी देरी लग सकती है। मशीन को पहले पहाड़ के टॉप पर ले जाकर इंस्टॉल किया जाएगा। जिसके बाद ही ड्रिल की प्रकिया शुरू हो पाएगी। वर्टिकल तरीके से ड्रिल करने के लिए करीबन 81 से 85 मीचर का ड्रिल करना होगा। जिसके लिए लंबा समय लग सकता है।
ALSO READ:
IND vs AUS Final: रोहित को आई माही की याद, आंखों में नमी-ज़ुबाँ पर धोनी
Uttarkashi Tunnel Accident: टनल में फँसे सभी मजदूरों को PM मोदी का खास मैसेज