Varanasi: पीएम मोदी जब से वाराणसी के सांसद बने है तब से वहां पर अनेक विकास के काम किए जा रहें हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस को दिव्य बनारस बनाने के लिए रात दिन लगे हुए हैं। काशी के विकास के लिए कई हजार करोड़ रुपए पर अब तक खर्च हो चुके हैं। अभी भी वाराणसी में कई बड़ी-बड़ी योजनाओं का कार्य चल रहा है। इस बीच बनारस के कैंट रेलवे स्टेशन पर निर्माण कर रही कार्यदाई संस्थाओं ने उनके सपनों को तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
दरअसल वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। जिसकी बानगी कैंट रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक और तीन पर देखी जा सकती है।जानकारी हो कि प्लेटफार्म तीन के पुनर्निमार्ण के दौरान 45 दिन के लिए मेगा ब्लॉक लिया गया था। लेकिन लगभग दो महीने बाद ही एक और तीन नंबर के प्लेटफार्म पर कई जगह टाइल्स टूट कर धस गई। जिसके कारण यात्रियों को आने जाने में काफी दिक्कत होती है। कई बार तो यात्रियों के पैर में चोट भी लग चुकी है।
वहीं तीन नंबर प्लेटफार्म पर दो महीने पहले ही टाइल्स बिछाया किया गया था। अब फिर से उसे उखड़ा जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे विभाग के अधिकारी और कार्यदाई संस्था देश की जनता का पैसा बर्बाद कर रहे हैं। रेलवे के अधिकारियों की उदासीनता के कारण ही दो महीने पहले लगी टाइल्स को फिर से तोड़फोड़ कर नए सिरे से लगाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अब वहां सीढ़ी और एक्सीलेटर लगेगा। इस पूरे प्रकरण में अधिकारी बोलने से बच रहें हैं।
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