India News(इंडिया न्यूज़), Uniform Civil Code: हरिद्वार में चल रही विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के पहले दिन समलैंगिकता का मुद्दा छाया रहा। बैठक के पहले सेशन में सुप्रीम कोर्ट द्वारा समलैंगिकता को लेकर बरती जा रही उदारता पर नाराजगी जताते हुए संतो ने कहा कि समलैंगिकता एक अप्राकृतिक कृत्य है। समाज में इसको बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए।
साधु-संतों ने की समलैंगिकता पर रोक की मांग
मीटिंग के पहले सेशन में विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों और साधु-संतों ने एकमत से इस पर रोक लगाने की मांग की। भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर इस पर रोक लगाने की मांग की जाएगी। आपको बता दें कि हरिद्वार के कनखल में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक चल रही है। जिसमें परिषद के सभी केंद्रीय पदाधिकारी और बड़ी संख्या में साधु संत शिरकत कर रहे हैं।
समिति ने लिए सभी वर्गों के सुझाव
समिती की अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति रंजना देसाई ने कहा कि कोशिश रहेगी कि 30 जून तक समिती ड्राफ्ट को सरकार को सौंप दे। साथ ही रंजना देसाई ने बाताया कि समिति ने सभी 12 जिलों में भ्रमण करके समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों, वर्गों और अन्य लोगों से सुझाव लिए हैं।