UP News: खबर उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) के गौतमबुद्ध नगर जिले(Gautam Buddha Nagar District) से है। जहां पर सोशल मीडिया(social media) पर हाईप्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों की नोएडा सेक्टर 58(Noida Sector 58) से गिरफ्तारी के बाद अब ग्रेटर नोएडा में भी जिगोलो बनाने का मामला सामने आया है। नोएडा पुलिस(noida police) को ग्रेटर नोएडा में एक वेबसाइट सक्रिय रूप में मिली है। यह वेबसाइट ग्रेटर नोएडा के ही युवक और युवतियों को जिगोलो(gigolo) और फ्रेंडशिप क्लब(friendship club) का मेंबर बना रही है।
मेंबर बनने के लिए भरना पड़ता है फॉर्म
इस वेबसाइट में दावा किया जा रहा है कि ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों-हजारों युवक और युवतियां इस क्लब की मेंबर हैं। जब इस वेबसाइट को ओपन किया जाता है तो सबसे पहले इसमें एक फॉर्म भरवाया जाता है। जिसे भरने के बाद क्लब में मेंबर होने का ग्रीन सिग्नल मिलता है। पुलिस ने अब सोशल मीडिया पर ऐसे ऐप के साथ ही इस वेबसाइट की भी जांच शुरू कर दी है।
वेबसाइट के माध्यम से हज़ारों लड़के-लड़कियाों के शामिल होने का किया गया दावा
डीसीपी ग्रेटर नोएडा शाद मियां खान ने के मुताबिक बताया गया कि नोएडा सेक्टर 58 पुलिस और आईटी सेल की ओर से हाईप्रोफाइल महिलाओं से मीटिंग कराने का झांसा देकर फ्रॉड करने वाले केतन अरोड़ा और चिराग अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद ग्रेटर नोएडा में ऐसी वेबसाइट चलने का पता चला है। इस वेबसाइट के माध्यम से दावा किया गया है कि उनके क्लब में हज़ारों लड़के और लड़कियां शामिल हैं। इस क्लब से जुड़ने के बाद कमाई तक कराने की बात कही जाती है। वेबसाइट पर कई लोगों के कॉन्टैक्ट नंबर भी दिए गए हैं। इस पर पूरी तरह से कार्रवाई करने के लिए आईटी सेल को दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं।
बेइज्जती के डर से लोग पुलिस में नहीं करते शिकायत
18 से 25 साल के युवाओं को अपने जाल में फंसाने के लिए जिगोलो और फ्रेंडशिप क्लब की वेबसाइट बनाई जाती है। इनमें मेंबर बनाने के लिए पेमेंट की प्रक्रिया ऑनलाइन होती है। उसके बाद नंबर बंद कर दिया जाता है। ठगी के शिकार हुए लोग समाज में बेइज्जती के डर से पुलिस में शिकायत भी नहीं कर पाते हैं। जिससे पुलिस कोई भी कार्रवाई नहीं कर पाती है।