Wednesday, July 3, 2024
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UP NEWS: हाथरस में चल रही मिड-डे-मील एनजीओ की मनमानी, बच्चों को नहीं मिल रहा सही खाना

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UP NEWS: (Arbitrariness of mid-day meal NGO running in Hathras, children are not getting proper food): उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सरकारी स्कूलों के मिड-डे-मील में बच्चो को सरकारी मीनू के हिसाब से नहीं मिल रहा खाना।

क्या है पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के ज्यादातर विद्यालयों में मिड डे मील ठेकेदार के द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में मानक के अनुसार नहीं दिया जा रहा है। दोपहर का भोजन, सरकारी मैन्यू को भाता बताकर हर रोज चावल ही खिलाये जा रहा है। बच्चों ने ख़राब खाना खाने से इनकार कर दिया है। और सभी बच्चे ख़राब खाने को लेकर हड़ताल कर दिय है।

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आपको बता दे हाथरस में सरकारी प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में दोपहर का भोजन बच्चों को बांटने के लिए मिड डे मील का ठेका एनजीओ को दे रखा है। वही उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा बच्चों को प्रत्येक दिन का खाने का अलग-अलग मेन्यू भी जारी किया है। जिसके अनुसार बच्चों को हर रोज बदल बदल कर खाना और दूध दिया जाएगा। लेकिन हाथरस के मिड डे मील ठेकेदार के द्वारा न खाने में मानक का प्रयोग नही किया जा रहा है ना मैंन्यू का ध्यान रखा जा रहा है। ज्यादातर विद्यालयों में बच्चों को हर रोज चावल ही खिलाये जा रहे हैं।

हड़ताल पर बैठे बच्चे

मिड-डे-मील में खाने के गुणवत्ता का भी ठीक ध्यान नहीं रखा जा रहा है। जिसकी वजह से नगला बिहारी के प्राथमिक विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा खाना खाने से इंकार कर दिया गया। बच्चो ने खाने का बहिष्कार कर हड़ताल कर गया है। मिड डे मील ठेकेदार के द्वारा बच्चों को परोसे जा रहे घटिया खाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी मिड डे मील का खाना खाने से हाथरस जनपद में बच्चे बीमार पड़ चुके हैं। गुणवत्ता खराब होने के कारण कई विद्यालयों में खाने का बहिष्कार भी कर चुके हैं ।

ग्रामीणों ने अधिकारियों से की शिकायत

सामाजिक संगठनों ग्रामीणों से लेकर अध्यापकों के द्वारा भी मिड डे मील ठेकेदार की शिकायत अधिकारियों से कर दी गई है। लेकिन उसके बावजूद भी पूर्व में यहां तैनात रहे जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा आज तक मिड डे मील ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

बेसिक शिक्षा अधिकारी करेंगे मामले कि जांच

जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पवार से खाने की गुणवत्ता और बच्चों को मेन्यू के अनुसार दिए जाने वाले खाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में मामला नहीं था। आगे उन्होंने कहा कि मिड डे मील बांटने वाली एनजीओ से तत्काल नोटिस देकर तीन दिवसीय स्पष्टीकरण मांगेंगे और जो भी दोषी पाया जाता है उसके खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे।

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