Tuesday, July 16, 2024
HomeBreaking NewsUP News: जिला अस्पताल हुआ, सुल्तानपुर मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित, एक ही...

UP News: जिला अस्पताल हुआ, सुल्तानपुर मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित, एक ही रूपए की कटेगी पर्ची

- Advertisement -

UP News: आज एक अप्रैल से उत्तर प्रदेश का सुल्तानपुर(Sultanpur) का जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज(Sultanpur Medical College) में परिवर्तित हुआ। मेडिकल काॅलेज प्राचार्य को वित्तीय अधिकार मिला। मरीजों को पर्चे भी मेडिकल काॅलेज के नाम से काटे जाने लगे। मेडिकल काॅलेज भवन का तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। 350 बेड की व्यवस्थाओं से युक्त होगा सुल्तानपुर का ये मेडिकल कॉलेज।

350 बेड का अस्पताल किया जा रहा है संचालित

दरअसल, जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा बदलाव शुरू हो गया है। आज एक अप्रैल से जिला अस्पताल को स्वशासी राजकीय महाविद्यालय एवं चिकित्सालय (मेडिकल काॅलेज) में परिवर्तित कर दिया गया। यहां ओपीडी से लेकर अन्य परामर्श व दवाओं के पर्चे मेडिकल कॉलेज के नाम से मिलने लगे। शासन से नियुक्त किए गए प्राचार्य डॉ सलिल श्रीवास्तव को वित्तीय अधिकार मिल गया। वहीं, करोड़ों की लागत से बन रहे मेडिकल काॅलेज के तमाम भवनों का निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। जिले के लोगों को चिकित्सीय सेवा प्रदान करने के लिए 350 बेड का अस्पताल संचालित किया जा रहा है और करीब 200 चिकित्सक व चिकित्सा कर्मी कार्यरत हैं। योगी सरकार के पहले कार्यकाल में जिले को मेडिकल कॉलेज का तोहफा मिला था। दूबेपुर में मेडिकल कॉलेज की कक्षाएं चलाने व प्रशासनिक भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। अमहट स्थित सीएमओ कार्यालय के पास ट्रामा सेंटर बनाया गया है। साथ ही जिला अस्पताल परिसर में भी चिकित्सकों का आवास व अन्य आवासीय सुविधाओं के लिए निर्माण कार्य कराया जा रहा है।

पर्ची को शुल्क होगा 1 ही रूपए

आज यानि कि एक अप्रैल से जिला महिला व पुरुष अस्पताल को मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित कर दिया गया। दोनों अस्पतालों के लिए एक ही काउंटर पर पर्चे बनाए जा रहे हैं। पर्चे का शुल्क एक ही रुपया है। सारे बोर्डों पर स्वशासी राजकीय महाविद्यालय व चिकित्सालय लिखवाने की व्यवस्था जारी है। चरणबद्ध तरीके से धीरे-धीरे कार्य किए जा रहे हैं।मेडिकल काॅलेज को क्रियाशील करने के लिए प्राचार्य डा. सलिल श्रीवास्तव ने आज सीएमएस कार्यालय में जिम्मेदारों के साथ बैठक की। बैठक में जरूरी रणनीति तय की गई। मौके पर महिला अस्पताल के सीएमएस डा. वी.के. सोनकर, पुरुष अस्पताल के सीएमएस डा. एस.के. गोयल समेत अन्य कई चिकित्सक भी मौजूद रहे।

मेडिकल कॉलेज का मुख्य उद्देश्य होता है टीचिंग, ट्रेनिंग और रिसर्च- कॉलेज, प्राचार्य

सुल्तानपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ सलिल श्रीवास्तव(Principal Dr. Salil Srivastava) ने कहा कि चिकित्सकों की हमारे भारतवर्ष में बहुत कमी है। विशेषकर उत्तर प्रदेश में जनसंख्या के अनुपात में चिकित्सक बहुत कम है। इसलिए हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोला जाए इसी के अंतर्गत हमारे सुल्तानपुर में भी मेडिकल कॉलेज खोला गया इसका शैक्षिक कैंपस दूबेपुर ब्लॉक में बन रहा है। जिला चिकित्सालय को चिकित्सा परिसर बनाया गया है। मेडिकल कॉलेज का जो मेन उद्देश्य होता है वह होता है टीचिंग, ट्रेनिंग और रिसर्च, मतलब हमें अच्छे चिकित्सक बनाने हैं उनको बहुत सारी जो नई विधाएं आई हैं। उनके साथ अच्छी ट्रेनिंग देनी है और रिसर्च करना है विभागों का गठन हो रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम यहां रहेगी और जो भी आवश्यक इलाज होगा उनको यहां पूरा करने की कोशिश की जाएगी।

Prayagraj Fire: कानपुर अग्निकांड के बाद प्रयागराज में लगी भीषण आग, जिसे बुझाने में कई घंटों से जुटी फायर ब्रिगेड की टीम

SHARE
Monu kumar
Monu kumar
मोनू कुमार ने अपने पत्रकारिता जीवन की शुरुआत India Ahead News Channel (इससे पहले ये यूट्यूब पोर्टल Jantalk और mdvlogs का भी हिस्सा रहे हैं) से की। फिलहाल ये अभी हमारे ITV Network (India News) का हिस्सा हैं।
RELATED ARTICLES

Most Popular