Surya Pratap Shahi, Agriculture Minister of UP government, inaugurated the nine-day agriculture fair: उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को संगम नगरी प्रयागराज में नौ दिवसीय विराट कृषि मेले का शुभारंभ किया।
जमीन पर काम करने की दी नसीहत
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुधवार को संगम नगरी प्रयागराज में नौ दिवसीय विराट कृषि मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कृषि उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए जमीन पर काम करने की भी नसीहत दी।
कृषि मंत्री ने कहा है कि अगर अधिकारी गतिशील हो जाएंगे तो सीएम योगी का जो प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी बनाने और पीएम मोदी का 5 ट्रिलियन इकोनामी बनाने की संकल्पना है, उसमें कृषि क्षेत्र की अहम भूमिका हो सकती है।
किसानों को दिया प्रोत्साहन
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कह है कि हर साल माघ मेले और कुम्भ में कृषि मेले का आयोजन किया जाता है। ताकि सरकार की ओर से किसानों को लेकर बनाई गई हितकारी नीतियों की जानकारी और योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही प्रगतिशील किसानों की सक्सेस स्टोरी को भी लोगों को बता कर दूसरे किसानों को प्रोत्साहित किया जा सके।
कृषि उत्पादन बढ़ाने की दी नसीयत
कृषि मेले के माध्यम से किसानों को आधुनिक तकनीकी, उन्नत बीज और सरकार की विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी जा रही है। ताकि वे सीधे तौर पर इन योजनाओं से जुड़कर लाभ उठा सकें और कृषि उत्पादन बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार किसानों के लिए लगातार काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि आने वाले बजट में भी किसानों के लिए जरूरी प्रावधान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बजट से अलग भी किसानों के लिए सरकार हमेशा काम करती रहती है। कृषि मंत्री के मुताबिक बुंदेलखंड में प्राकृतिक खेती, मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने और दलहन व तिलहन के उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में भी सरकार काम कर रही है।
जीडीपी में कृषि क्षेत्र का है अहम योगदान
उन्होंने कहा है कि प्रदेश में आयोजित होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भी कृषि के क्षेत्र को लेकर सरकार बड़े निवेश की तैयारी कर रही है। ताकि देश की जीडीपी में कृषि क्षेत्र का भी अहम योगदान हो।
8 फरवरी से 16 फरवरी तक आयोजित होने वाले विराट कृषि मेले में विभिन्न विभागों के स्टाल भी लगाए गए हैं। जिनमें किसानों को निशुल्क जानकारियां भी मुहैया कराई जा रही हैं।